प्रवासी भारतीय दिवस | 11 Jan 2021

चर्चा में क्यों?

भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान को चिह्नित करने के लिये प्रतिवर्ष 9 जनवरी को ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ का आयोजन किया जाता है।

  • इस अवसर पर विदेश मंत्रालय और विभिन्न देशों में मौजूद भारतीय दूतावासों में अलग-अलग कार्यक्रम जैसे- प्रवासी भारतीय दिवस (PBD) सम्मेलन, प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार और ‘भारत को जानिये’ क्विज़ आदि का आयोजन किया जाता है।

प्रमुख बिंदु

पृष्ठभूमि 

  • ज्ञात हो कि इसी दिन वर्ष 1915 में महात्मा गांधी, जिन्हें भारत का सबसे महान प्रवासी माना जाता है, दक्षिण अफ्रीका से वापस भारत लौटे थे और उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्त्व किया तथा भारतीयों के जीवन को सदैव के लिये बदल दिया।

प्रवासी भारतीय दिवस (PBD) सम्मेलन: इसे प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित किया जाता है।

  • PBD 2021: इस वर्ष 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन नई दिल्ली में वर्चुअल माध्यम से किया गया। 
  • विषय- ‘आत्मनिर्भर भारत में योगदान’।
  • मुख्य अतिथि: सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी।

मुख्य बिंदु

  • महामारी के विरुद्ध प्रतिक्रिया
    • पीपीई किट, मास्क, वेंटिलेटर या परीक्षण किट जैसी महत्त्वपूर्ण वस्तुओं के लिये अन्य देशों पर निर्भरता के बावजूद महामारी के दौरान भारत ने न केवल इन वस्तुओं के उत्पादन की दिशा में आत्मनिर्भरता हासिल की है, बल्कि भारत ने इन वस्तुओं का निर्यात भी शुरू कर दिया है।
    • ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने देश में कोरोना वायरस के विरुद्ध वैक्सीन के सीमित उपयोग के लिये ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका द्वारा विकसित कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक कंपनी द्वारा विकसित स्वदेशी कोवैक्सीन (Covaxin) को मंज़ूरी दे दी है।
  • तकनीक का प्रयोग
    • भारत सरकारी तंत्र में मौजूद भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिये प्रोद्योगिकी के उपयोग पर ज़ोर दे रहा है, जिसमें ‘प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण’ (DBT) जैसे उपाय प्रमुख हैं।
    • इसके अलावा भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम और टेक स्टार्ट-अप इकोसिस्टम वैश्विक क्षेत्र में अग्रणी है। 
  • हालिया पहलें
    • कोरोना वायरस महामारी के दौरान ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत कुल 45 लाख प्रवासी भारतीयों को भारत वापस लाया गया है। 
    • महामारी के कारण भारत वापस लौटने वाले नागरिकों का कौशल मानचित्रण करने के लिये सरकार ने एक नई पहल ‘स्‍वदेस’ (SWADES- Skilled Workers Arrival Database for Employment Support) की शुरुआत की है।
    • विदेश मंत्रालय ने दुनिया भर में लगभग 3.12 करोड़ भारतीय प्रवासियों के साथ जुड़ने के लिये ‘ग्लोबल प्रवासी रिश्ता’ पोर्टल लॉन्च किया है।
  • भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ
    • प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रवासी भारतीयों और विश्व भर के अलग-अलग देशों में मौजूद भारतीय मिशनों से एक पोर्टल अथवा डिजिटल मंच तैयार करने का आग्रह किया, जहाँ भारत के स्वतंत्रता संग्राम में प्रवासी भारतीयों के योगदान को प्रलेखित किया जा सके।

प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार:

  • यह गैर-निवासी भारतीयों, भारतीय मूल के व्यक्तियों अथवा उनके द्वारा स्थापित व संचालित ऐसे संगठन या संस्थानों को प्रदान किये जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है, जिन्होंने विदेशों में भारत के प्रति बेहतर समझ विकसित करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया हो तथा सामुदायिक कार्य, स्थानीय भारतीय समुदाय का कल्याण, परोपकारी और धर्मार्थ कार्य, आदि के कारणों और चिंताओं को मूर्त रूप प्रदान करने में सहयोग दिया हो।
  • प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान भारत के राष्ट्रपति की उपस्थिति में चुनिंदा भारतीय प्रवासियों को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
  • वर्ष 2021 के पुरस्कार विजेता: यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले लोगों में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी, कुराकाओ के प्रधानमंत्री यूजीन रघुनाथ और न्यूज़ीलैंड की मंत्री प्रियंका राधाकृष्णन शामिल हैं।

‘भारत को जानिये’ क्विज़ का तीसरा संस्करण (2021)

  • इसकी शुरुआत वर्ष 2015-16 में की गई थी, ताकि युवा प्रवासी भारतीयों (वर्ष 18-35) के साथ संबंधों को मज़बूत किया जा सके और उन्हें अपने मूल देश (भारत) के बारे में अधिक जानने के लिये प्रोत्साहित किया जा सके।
  • इस क्विज़ का पहला संस्करण वर्ष 2015-16 में तथा दूसरे संस्करण का आयोजन वर्ष 2018-19 में किया गया था।
  • प्रवासी भारतीय सम्मेलन (2021) के दौरान क्विज़ के पंद्रह विजेताओं की घोषणा की गई, जिन्हें स्थितियाँ सामान्य होने के बाद (कोविड-19 महामारी के बाद) भारत यात्रा (भारत को जानिये दर्शन) हेतु आमंत्रित किया जाएगा।

स्रोत: पी.आई.बी.