ब्रिटेन में 2040 तक बैन हो जाएगी पेट्रोल और डीजल कारों की बिक्री | 27 Jul 2017
संदर्भ
ब्रिटेन में वर्ष 2040 तक पेट्रोल और डीजल कारें बंद कर दी जाएंगी। वहाँ की सरकार वायु प्रदूषण को कम करने के लिये जल्द ही इस प्रतिबंध की घोषणा कर सकती है। ब्रिटेन अपने वायु की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने तथा प्रदूषण उत्सर्जन पर यूरोपीय संघ के कड़े मानकों को लागू करने के लिये ऐसा करना चाहता है।
प्रमुख बिंदु
- ब्रिटेन के पर्यावरण मंत्री माइकल गोवे ने घोषणा की कि सरकार की यह बहुप्रतीक्षित योजना है। यह प्रतिबंध उन इलेक्ट्रिक मोटर वाले हाइब्रिड वाहनों पर भी लगेगा, जो पेट्रोल या डीज़ल इंजन के साथ आती हैं।
- आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार, ब्रिटेन में वायु प्रदूषण के उच्च स्तर के कारण हर साल तकरीबन 40,000 लोगों की मौत होती है। वायु प्रदूषण में सबसे ज़्यादा नाइट्रोजन ऑक्साइड तत्त्व उपस्थित रहते हैं।
- इससे पहले फ्रांस ने भी वर्ष 2040 तक पेट्रोल और डीजल कारें बंद करने का ऐलान किया था। फ्रांस ने कहा था कि पेरिस पर्यावरण समझौते के तहत पेट्रोल और डीज़ल चलित वाहनों पर बैन की घोषणा करना सरकार की प्रतिबद्धता थी।
- वहीं दूसरी तरफ नॉर्वे एक ऐसा मुल्क बनने की कोशिश में है, जहाँ वर्ष 2025 तक ईंधन चलित वाहनों को पूरी तरह बैन करने का लक्ष्य है। वहाँ इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देने के लिये टैक्स में छूट दी जा रही है।
क्या भारत में इस नीति को लागू किया जा सकता है?
- भारत में भी यदि इस तरह की पहल की जाती है, तो यह निश्चित रूप से एक स्वागत योग्य कदम होगा।
- भारत भी पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण पर विचार कर रहा है। इसके लिये भारी उद्द्योग मंत्रालय एवं नीति आयोग इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिये एक नीति पर कम कर रहे हैं।
- भारत वाहनों के परिचालन लागत तथा ईंधन आयत बिल में कमी चाहता है। इसी उद्देश्य से भारत ने 2030 तक डीजल – पेट्रोल वाहनों से मुक्ति का लक्ष्य रखा है।
- सरकार के साथ मिलकर कई ऑटोमोबाइल कंपनियाँ इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण की दिशा में कार्य कर रही हैं। देश के कुछ शहरों में इलेक्ट्रिक बसों का परीक्षण चल रहा है।
- सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माताओं को दो – तीन साल तक सहायता कर सकती है।