वेनेज़ुएला की नई क्रिप्टोकरेंसी: ‘पेट्रो’ | 05 Dec 2017
चर्चा में क्यों?
वेनेज़ुएला ने ‘पेट्रो’ नामक अपनी एक नई आभासी मुद्रा (वर्चुअल करेंसी) जारी करने की घोषणा की है। इस नई मुद्रा का उपयोग वेनेज़ुएला के तेल, गैस, सोना और हीरा उद्योग कर सकेंगे।
प्रमुख बिंदु
- पेट्रो एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी है।
- क्रिप्टोकरेंसी को डिजिटल करेंसी, वर्चुअल करेंसी, इंटरनेट करेंसी, ई-करेंसी या पीपुल्स-करेंसी भी कहा जाता है।
- इस मुद्रा के उपयोग और भुगतान के लिये क्रिप्टोग्राफी नामक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
- विश्व की पहली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है।
- क्रिप्टोकरेंसी को कहीं भी आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है तथा किसी अन्य मुद्रा जैसे- डॉलर, यूरो आदि में भी आसानी से परिवर्तित किया जा सकता है।
- क्रिप्टोकरेंसी से कुछ जोखिम भी जुड़े हुए हैं। यह बेहद उछाल और गिरावट वाली मुद्रा है। बिटकॉइन की चोरी या घोटाले जैसी ख़बरों से ही इसकी कीमतों में गिरावट आ जाती है।
- इसे खरीदने और बेचने वालों का एक-दूसरे से अपरिचित होना भी एक प्रकार का जोखिम है।
- क्रिप्टोकरेंसी का कोई नियामक प्राधिकरण नहीं है। धोखाधड़ी होने की स्थिति में ऐसा कोई प्राधिकारी नहीं है, जिसके समक्ष इसकी शिकायत लेकर जाया जा सके।
वेनेज़ुएला द्वारा ‘पेट्रो’ करेंसी जारी करने के कारण
- वेनेज़ुएला पर लगभग 9 लाख करोड़ का विदेशी कर्ज़ है।
- वेनेज़ुएला की अर्थव्यवस्था हमेशा से ही यहाँ के तेल-संसाधनों पर निर्भर रही है, लेकिन तेल के अंतर्राष्ट्रीय मूल्यों में गिरावट के चलते इसे आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
- अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण भी यहाँ की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
- तेल राजस्व में कमी के साथ-साथ वेनेज़ुएला की मुद्रा बोलिवर में लगातार हो रही गिरावट ने भी आर्थिक चुनौतियाँ उत्पन्न कर दी थीं। पिछले 4-5 सप्ताह में ही बोलिवर में 57% की गिरावट हुई है।
- वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन की बढ़ती लोकप्रियता भी इसका एक कारण है।
- यह उम्मीद की जा रही है कि नई मुद्रा वेनेज़ुएला को लेन-देन में रुकावटों से निपटने तथा आर्थिक स्थिरता लाने में मदद करेगी।