पार्टनर्स फोरम 2018 | 14 Dec 2018

चर्चा में क्यों?


12 और 13 दिसंबर को नई दिल्ली में चौथे पार्टनर्स फोरम का आयोजन किया गया। इस फोरम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। Partnership for Maternal, New-borne & Child Health (PMNCH) के सहयोग भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया था। पार्टनर्स फोरम में 85 देशों के लगभग 1500 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

  • PMNCH मिशन का उद्देश्य विश्व स्वास्थ्य समुदाय की सहायता करना है ताकि वह सतत विकास लक्ष्यों, विशेषकर स्वास्थ्य संबंधित विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में सफलतापूर्वक काम कर सके।

फोरम का उद्देश्य

  • इस पार्टनर्स फोरम का उद्देश्य बच्चों और माताओं की मृत्यु दर में कमी लाना तथा किशोरों, बच्चों, नवजात शिशुओं और माताओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के उपाय करना था।

क्या है पार्टनर्स फोरम?

  • पार्टनर्स फोरम एक वैश्विक स्वास्थ्य साझेदारी कार्यक्रम है जो सितंबर 2005 में शुरू किया गया था। यह दूसरी बार है जब भारत ने इसकी मेज़बानी की।
  • महिलाओं, बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर वैश्विक उपायों को बढ़ावा देने की कड़ी में यह चौथा उच्चस्तरीय बहुराष्ट्रीय आयोजन था।
  • पार्टनर्स फोरम के पिछले सम्मेलन जोहांससबर्ग, दक्षिण अफ्रीका (2014), नई दिल्ली, भारत (2010) और दारेस्सलाम, तंज़ानिया (2007) में आयोजित किये गए थे।
  • 92 देशों के 1000 से अधिक शिक्षाविद्, अनुसंधानकर्त्ता, शिक्षण संस्थान, दानकर्त्ता और फाउंडेशन, Health Care Professionals, बहुराष्ट्रीय एजेंसियाँ, गैर-सरकारी संगठन, भागीदार राष्ट्र, वैश्विक वित्तीय संस्थान और निजी क्षेत्र के संगठन इसके सदस्यों में शामिल हैं।

PMNCH

पार्टनर्स फोरम के कार्यक्रम इसकी वैश्विक कार्यनीति के उद्देश्यों- ‘जीना–फलना-फूलना और रूपातंरण’ (Survive – Thrive – Transform) से संबंधित थे। इसमें 6 प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिनमें शैशवकाल, किशोरावस्था, स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता, समानता और गरिमा, महिला सशक्तीकरण और बालिकाओं के स्वास्थ्य में सुधार शामिल है।

पार्टनर्स फोरम में भारत दिवस (India Day in Partners Forum)


र्टनर्स फोरम 2018 के दौरान सभी भागीदारों ने संयुक्‍त रूप से भारत दिवस का आयोजन भी किया। भारत दिवस के आयोजन का उद्देश्‍य Reproductive, Maternal, Newborn, Child and Adolescent Health (RMNCAH+A) कार्यक्रम के बारे में जानकारी देना था। इसके अलावा, मातृत्‍व और बाल स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिये विभिन्‍न राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों और संगठनों द्वारा लागू बेहतर प्रक्रियाओं से सीख लेना और उन्हें साझा करना भी इसके उद्देश्यों में शामिल था ताकि वैश्विक लक्ष्‍यों को प्राप्त करने की दिशा में सतत प्रगति की जा सके।

क्या है RMNCAH+A?


RMNCAH+A जीवन के हर चरण में स्‍वास्‍थ्‍य आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिये देखभाल दृष्टिकोण की निरंतरता पर केंद्रित है। यह महिलाओं, बच्‍चों और किशोरों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिये वैश्विक नीति के साथ जुड़ा है और इसके प्रमुख कार्यक्रम, रोकी जा सकने वाली मौतों पर अंकुश लगाने, स्‍वास्‍थ्‍य और कल्‍याण सुनिश्चित करने तथा वातावरण को सक्षम बनाने के लिये भली-भाँति परिभाषित लक्ष्‍यों से युक्‍त हैं। जब से भारत में RMNCAH+A की शुरुआत हुई है, तब से मातृत्‍व, शिशु, बच्‍चे और किशारों के स्‍वास्‍थ्‍य आँकड़ों में काफी सुधार हुआ है।

प्रजनन, मातृत्‍व, नवजात शिशु, बाल्यावस्था, और किशोरावस्‍था RMNCAH+A कार्यक्रम का केंद्रबिंदु हैं। ये इस कार्यक्रम की सफलता में मुख्‍य योगदानकर्त्ता हैं। राज्‍यों ने RMNCAH+A के तहत अनेक नवाचारी प्रयासों की शुरुआत की है जो स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल में भागीदार बनने के लिये लोगों को प्रोत्‍साहित करते हैं।


स्रोत: PIB