आर्बिट्रेज स्कीम | 29 May 2020
प्रीलिम्स के लियेआर्बिट्रेज का अर्थ मेन्स के लियेआर्बिट्रेज से संबंधित महत्त्वपूर्ण पहलू |
चर्चा में क्यों?
अप्रैल माह में 6,587 करोड़ रुपए के शुद्ध अंतर्वाह (Net Inflows) के साथ आर्बिट्रेज स्कीम (Arbitrage Schemes) एक बार पुनः निवेशकों की पसंद बन गई है।
प्रमुख बिंदु
- इसका मुख्य कारण है कि निवेशक ऋण योजनाओं (Debt Schemes) के विकल्प की तलाश कर रहे हैं, क्योंकि फ्रैंकलिन टेम्पलटन (Franklin Templeton) नामक निवेश प्रबंधन कंपनी के समापन (Wind-Up) के बाद ऋण योजनाओं (Debt Schemes) के प्रति निवेशकों की भावना काफी कमज़ोर हो गई है।
- हाल ही में कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी संकट के कारण पैदा हुए तरलता संकट (Liquidity Crisis) के चलते फ्रैंकलिन टेम्पलटन ने अपनी तकरीबन 27,000 करोड़ रुपए से अधिक की छह ऋण योजनाओं को बंद करने का फैसला किया था।
- उल्लेखनीय है कि मार्च माह में इस श्रेणी में काफी बड़ी मात्रा में बहिर्वाह (Outflows) दर्ज किया था, जिसका मुख्य कारण था कि निवेशक वर्ष के अंत में अपनी तरलता संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिये पैसे को निकाल रहे थे।
- आर्बिट्रेज श्रेणी में मार्च के दौरान 33,767 करोड़ रुपए का शुद्ध बहिर्वाह हुआ था।
- हालाँकि, अब बाज़ार स्थिर होने के साथ निवेशक अपने पैसे को निवेश करने और क्रेडिट या अन्य ऋण बाज़ार से संबंधित जोखिमों से बचने के लिये इस श्रेणी को ओर आकर्षित हो रहे हैं।
‘आर्बिट्रेज’ का अर्थ
- आर्बिट्रेज का अभिप्राय मूल्य अंतर पर विभिन्न प्लेटफार्मों से एक साथ परिसंपत्ति की खरीद और बिक्री की प्रक्रिया से होता है।
- ‘आर्बिट्रेज’ की प्रक्रिया के दौरान, खरीदी और बेची गई अंतर्निहित परिसंपत्ति की मात्रा समान होनी अनिवार्य है।
- इस प्रक्रिया में व्यापार करने वाले व्यक्ति को केवल मूल्य अंतर के माध्यम से लाभ प्राप्त होता है।
- उदाहरण के लिये मान लीजिये कि दिल्ली के बाज़ार में सोने का मूल्य 27,000 रुपए प्रति 10 ग्राम और मुंबई के बाज़ार में सोने का मूल्य 27,500 रुपए प्रति 10 ग्राम है।
- इस प्रकार एक व्यापारी दिल्ली में 10 ग्राम सोना खरीद कर उसे मुंबई में बेच सकता है और 500 रुपए का लाभ प्राप्त कर सकता है।
- हालाँकि, यह व्यापार तभी लाभदायक होगा जब एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने की लागत 500 रुपए प्रति 10 ग्राम से कम होगी, क्योंकि इससे अधिक होने पर व्यापारी को नुकसान होगा।
आर्बिट्रेज फंड
- आर्बिट्रेज फंड (Arbitrage Fund) एक प्रकार का म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) है।
- इसका प्रयोग अधिकांशतः उन निवेशकों द्वारा किया जाता है जो अस्थिर बाज़ारों से जोखिम उठाए बिना लाभ प्राप्त करना चाहते हैं।
- आर्बिट्रेज फंड, नकद बाज़ार (Cash Market) और वायदा बाज़ार (Futures Market) में शेयरों के बीच मूल्य के अंतर का फायदा उठाकर काम करते हैं।
- नकद बाज़ार में शेयर की कीमत क्रेता द्वारा चुकाई गई ‘वर्तमान कीमत’ होती है, जिसे स्पॉट प्राइस (Spot Price) भी कहा जाता है, जबकि वायदा बाज़ार में शेयर की कीमत भविष्य में किसी बिंदु पर चुकाई जाने वाली प्रत्याशित कीमत होती है।