‘पक्षी दौड़’ अब ‘उदयपुर बर्ड फेस्टिवल’ का एक भाग | 20 Oct 2017

चर्चा में क्यों?

हाल ही में राजस्थान राज्य प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि इस वर्ष ‘उदयपुर बर्ड फेस्टिवल’ (Udaipur Bird Festival) का आयोजन दिसम्बर में किया जाएगा क्योंकि इसमें कई नई गतिविधियों को शामिल किया जा रहा है। विदित हो कि पहली बार आयोजकों ने इस फेस्टिवल में ‘पक्षी दौड़’ ('bird race') की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। यह एक प्रतिस्पर्द्धात्मक खेल होगा जिसमें पक्षियों के विषय में आँकड़े एकत्र किये जाएंगे।

प्रमुख बिंदु

  • चार दिवसीय से इस फेस्टिवल के पहले दिन ही ‘पक्षी दौड़’ नामक प्रतिस्पर्द्धा का आयोजन किया जाएगा। इस फेस्टिवल की शुरुआत 22 दिसम्बर से होगी।
  • इस प्रतियोगिता में अनेक टीम अपने प्रमुखों के साथ वन भवन के 40 किलोमीटर त्रिज्या के परिसर में पक्षियों की खोज करेंगी। प्रत्येक टीम को अपने द्वारा देखे गए पक्षियों की एक सूची बनानी होगी और उसके बाद अपनी रिपोर्ट खेल के आयोजकों के पास जमा करनी होगी। सबसे अधिक जानकारी एकत्र करने वाली टीम को विजेता घोषित किया जाएगा।  स्पष्ट है की इस शहर में 125 से अधिक आप्रवासी पक्षी रहते हैं और यह पहल उन्हें सूचीबद्ध करने में मददगार सिद्ध होगी।
  • राज्य प्रशासन वन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर इस पक्षी फेस्टिवल को एक बड़ा रूप प्रदान करने की योजना बना रहा है। फेस्टिवल के आयोजकों को अपेक्षा है कि इस वर्ष के फेस्टिवल के माध्यम से वे अंतर्राष्ट्रीय पक्षी प्रेमियों को भी आकर्षित करने में सफल होंगे। 
  • इस योजना से संबंधित सम्पूर्ण विवरण की एक विवरणिका तैयार की जा रही है। इसके लिये आयोजक टीम देश में हुए विभिन्न बर्ड फेस्टिवल में प्रतिभाग कर चुके प्रतियोगियों से संपर्क करेगी और इस खेल में उनकी सहभागिता को सुनिश्चित करेगी। पक्षी फेस्टिवल के दौरान विद्यार्थियों के सहयोग हेतु स्कूलों से भी संपर्क साधा जाएगा। 
  • मेवाड़-वागड़ बेल्ट में प्रदूषण रहित वातावरण के कारण वर्ष में अनेक आप्रवासी पक्षी आते हैं और इस फेस्टिवल इससे पहले हो चुके तीन बर्ड फेस्टिवल ने आप्रवासी पक्षियों और पक्षी प्रेमियों के मध्य अंतराल को भरने में महती भूमिका निभाई है।