उत्तर कोरिया द्वारा अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च करने की योजना | 02 Jan 2017
पृष्ठभूमि
उत्तरी कोरिया के शासक किम जोंग-उन ने नव वर्ष पर दिये अपने एक भाषण में कहा कि परमाणु शक्ति संपन्न उत्तरी कोरिया जल्द ही एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (Intercontinental Ballistic Missile -ICBM) का प्रक्षेपण करने वाला है|
- ध्यातव्य है कि वर्ष 2016 के दौरान उत्तर कोरिया द्वारा अभूतपूर्व ढंग से बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रक्षेपण किया गया था| हालाँकि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि नाभिकीय शस्त्रयुक्त अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (जिसकी पहुँच संयुक्त राज्य अमेरिका तक हो) का निर्माण करने में उत्तर कोरिया को अभी काफी समय लगेगा|
प्रमुख बिंदु
- किम जोंग-उन के मुताबिक, देश में आधुनिकतम हथियारों (cutting edge arms) संबंधी शोध एवं विकास कार्य प्रगति पर है तथा अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की तैयारी अपने अंतिम चरण में पहुँच चुकी है|
- ध्यातव्य है कि वर्ष 2006 से ही उत्तरी कोरिया को नाभिकीय तथा बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षणों के कारण संयुक्त राष्ठ्र द्वारा अधिरोपित प्रतिबंधों के अंतर्गत शामिल किया जा चुका है|
- पिछले वर्ष 9 सितंबर को उत्तर कोरिया द्वारा अपने पाँचवे और सबसे बड़े नाभिकीय परीक्षण के उपरांत इन प्रतिबंधों को और अधिक कठोर किया जा चुका है|
- हालाँकि, हमें यह नहीं भूलना चाहिये कि अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण न केवल उत्तर कोरिया के शस्त्रों की क्षमता वृद्धि में एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित होगा बल्कि यह सम्पूर्ण विश्व के समक्ष गंभीर चिंता भी उत्पन्न करेगा|
- ध्यातव्य है कि आईसीबीएम की न्यूनतम मार्क क्षमता लगभग 5,500 किमी० तक की होती है लेकिन कुछ आईसीबीएम का निर्माण इस तरह से किया गया है कि वे 10,000 किमी० (6,214 मील) अथवा इससे भी अधिक दूरी तक मार करने में सक्षम होती हैं|
- पिछले वर्ष उत्तरी कोरिया द्वारा अपनी प्रमुख मिसाइल मुसुदन (Musudan) अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के प्रक्षेपण के आठ प्रयास किये गए| हालाँकि, उसे इन आठ प्रयासों में से केवल एक में ही सफलता प्राप्त हो पाई|
- मुसुदन नामक इस अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल को तकरीबन 3,000 किमी०(1,860 मील) की दूरी तक मार करने के लिये निर्मित किया जा रहा है| इससे दक्षिण कोरिया, जापान के साथ-साथ संभवतः गुआम (guam) के अमेरिकी क्षेत्र में भी भय का वातावरण उत्पन्न होगा|
- गौरतलब है कि फरवरी 2016 में उत्तरी कोरिया द्वारा एक उपग्रह यान का प्रक्षेपण किया गया था| अब, उस प्रक्षेपण को लम्बी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल तकनीक के परीक्षण के रूप में देखा जा रहा है|
- किम ने यह भी कहा है कि यदि संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया द्वारा अपने वार्षिक संयुक्त युद्धाभ्यास को जारी रखा जाता है तो उत्तर कोरिया अपनी नाभिकीय क्षमता में वृद्धि हेतु निरंतर विकास करता रहेगा|
- ध्यातव्य है कि दक्षिण कोरिया में तकरीबन 28,500 अमेरिकी सैन्य दस्ते तैनात हैं, जिस कारण उत्तर कोरिया की मीडिया द्वारा प्रायः यह सूचना दी जाती रही है कि दक्षिण कोरिया एवं संयुक्त राज्य अमेरिका उत्तर कोरिया पर हमले की तैयारी के लिये ही संयुक्त अभ्यास कर रहे हैं|
- 1 जनवरी, 2017 को संयुक्त राज्य अमेरिका के राज्य विभाग (U.S. State Department) की महिला प्रवक्ता एना रिची एलन (Anna Richey-Allen) ने उत्तर कोरिया को सचेत करते हुए कहा है कि उत्तर कोरिया को उन उत्तेजक कार्यों (provocative actions) तथा भड़काऊ बयानबाज़ी से दूर रहना चाहिये जिनसे अंतर्राष्ट्रीय शांति तथा स्थायित्व को खतरा पहुँचने की संभावना उपजती है| साथ ही, उत्तर कोरिया द्वारा अपने अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों एवं प्रतिबद्धताओं को पूरा करने हेतु कोई बेहतर रणनीतिक विकल्प अपनाने पर भी ज़ोर दिया गया|
- हालाँकि, अभी दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने उत्तर कोरिया के इस प्रस्तावित आईसीबीएम परीक्षण के संबंध में कोई भी राय देने से इनकार कर दिया है|