मोबाइल ऐप 'माई फास्टैग' और 'फास्टैग पार्टनर' | 18 Aug 2017
चर्चा में क्यों ?
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India) द्वारा नई दिल्ली में दो मोबाइल एप्लीकेशनों 'माई फास्टैग' (MyFASTag) और 'फास्टैग पार्टनर' (FASTag Partner) का शुभारंभ किया गया। ये दोनों एप्लीकेशन इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह के लिये फास्टैग की उपलब्धता प्रदान करेंगी। ई.टी.सी. (Electronic Toll Collection) परियोजना के लिये फास्टैग की खरीद और रिचार्ज के बोझल तरीके मुख्य चुनौती के बिंदु रहे हैं। इस नई पहल से मोबाइल फोन के माध्यम से फास्टैग्स की खरीदारी या रीचार्ज इन दोनों ही प्रक्रियाओं को पहले की अपेक्षा सरल बनाने का प्रयास किया जाएगा।
'माई फास्टैग'
- 'माई फास्टैग' एक उपभोक्ता एप्लीकेशन है जिसे एंड्रॉइड और आई.ओ.एस. सिस्टम दोनों के लिये डाउनलोड किया जा सकता है।
- उपभोक्ता इस ऐप के माध्यम से फास्टैग की खरीदारी या रिचार्ज कर सकते हैं।
- इसके साथ-साथ ऐप लेन-देन में मदद करने के अलावा ऑनलाइन शिकायत निवारण में सहायता प्रदान करता है।
'फास्टैग पार्टनर'
- 'फास्टैग पार्टनर' एक व्यापारी ऐप है। कॉमन सर्विसेज़ सेंटर, बैंकिंग भागीदार और वाहन डीलर जैसी एजेंसियाँ इस ऐप के माध्यम से बिक्री और फास्टैग लगा सकती हैं।
- इसके अलावा इस ऐप को आर.एफ.आई.डी. टैग को सक्रिय करने में भी प्रयुक्त किया जा सकता है, जो कि वर्तमान में देश की लगभग 74 लाख कारों में इनबिल्ट है।
- यह आर.एफ.आई.डी. टैग पहले से ही कारों में लगे तो हैं, लेकिन निष्क्रिय स्थिति में है। यह ऐप इन आर.एफ.आई.डी. टैग को ई.टी.सी. टैग यानि (फास्टैग) में परिवर्तित कर देगा।
इन एप्लीकेशनों का क्रियान्वयन
- 1 अक्टूबर, 2017 से देश की सभी 371 एन.एच.ए.आई. टोल प्लाज़ा लेन फास्टैग से युक्त हो जाएंगी।
- हर एक टोल प्लाज़ा की एक लेन समर्पित फास्टैग लेन होगी, जहाँ कोई अन्य भुगतान स्वीकार नहीं होगा।
- हालाँकि, अन्य लेन भी फास्टैग युक्त होंगी तथापि वहाँ भुगतान के अन्य विकल्पों को भी स्वीकार किया जाएगा। सभी 371 एन.एच.ए.आई. टोल प्लाज़ा में समर्पित फास्टैग लेन की शुरुआत 1 सितंबर, 2017 से होने की संभावना है।
- उपरोक्त के अलावा, एन.एच.ए.आई. सभी टोल प्लाज़ाओं के पास सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से फास्टैग की ऑनलाइन बिक्री भी करेगा।
- अब फास्टैग जारीकर्त्ता बैंक वेबसाइटों/एन.एच.ए.आई. वेबसाइट/आई.एच.एम.सी.एल. वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन प्राप्त किये जा सकते हैं। इन्हें खरीदार के घर पर कोरियर के द्वारा पहुँचाया जाएगा।
- अनुमान है कि सी.एस.सी. के साथ भागीदारी से ई.टी.सी. पारिस्थितिकी तंत्र को भी बढ़ावा मिलेगा।
वर्तमान स्थिति
- अभी तक कुल 6 लाख से अधिक फास्टैग बेचे जा चुके हैं। अनुमान है कि फास्टैग की उपलब्धता और पहुँच में सुधार करने की इन पहलों से अधिक से अधिक लोग इन्हें खरीदने के लिये प्रोस्ताहित होंगे।
उद्देश्य
- इन परियोजनाओं का उद्देश्य यात्रा को अधिक सुविधाजनक, त्वरित और जनता के लिये पर्यावरण अनुकूल बनाना है। इससे ई.टी.सी. परियोजनाओं को भी बहुप्रतीक्षित बढ़ावा मिलेगा ।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की कैशलेश अर्थव्यवस्था की मुहिम के अनुरूप एन.एच.ए.आई. अपने क्षेत्र में आने वाले सभी टोल प्लाज़ाओं में ई.टी.सी. आधारभूत ढाँचे की स्थापना और प्रभावी क्रियान्वयन में कार्यरत है। इस दिशा में एन.एच.ए.आई. द्वारा किये जा रहे कार्य से राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर करने वाले यात्रियों को एक सुरक्षित और सुगम यात्रा प्रदान की जा सकेगी।