अंतर्राष्ट्रीय संबंध
G-20 का अगला मेज़बान : सऊदी अरब
- 02 Dec 2019
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प्रीलिम्स के लिये :
G-20, सऊदी अरब की भौगोलिक स्थिति
मेन्स के लिये :
सऊदी अरब और मध्य एशिया की भू-राजनीतिक स्थिति पर पड़ने वाले प्रभाव
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में सऊदी अरब G-20 की अध्यक्षता करने वाला अरब जगत का पहला देश बन गया है। मानवाधिकारों की स्थिति को लेकर वैश्विक स्तर पर आलोचनाओं का सामना करने के बाद यह देश वैश्विक मंच पर वापसी की तैयारी कर रहा है।
- तेल से समृद्ध इस राष्ट्र ने उदारीकरण की प्रक्रिया को बढ़ावा दिया है जिसमें महिलाओं को ज्यादा अधिकार देना भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- 15 वें G-20 की अध्यक्षता सऊदी अरब को जापान से प्राप्त हो रही है जो 21-22 नवंबर 2020 को अपनी राजधानी रियाद में वैश्विक शिखर सम्मेलन में विश्व के बड़े नेताओं की मेज़बानी करेगा।
- सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि सऊदी G-20 की अध्यक्षता करते हुए ओसाका सम्मेलन के कार्य को आगे बढ़ाएगा और बहुस्तरीय सम्मति को बढ़ावा देगा।
- युवराज ने अंतर्राष्ट्रीय सहमति को आकार देने के इस “अद्वितीय अवसर” की प्रशंसा की है।
- सऊदी अरब इस शिखर सम्मेलन से पहले 100 से अधिक कार्यक्रमों एवं सम्मेलनों का आयोजन करेगा जिसमें मंत्री स्तरीय बैठक भी शामिल है।
- इस सम्मेलन की अध्यक्षता के दौरान सऊदी अरब को जलवायु परिवर्तन, जनसांख्यिकीय विकास कम जन्म दर, बढ़ती जीवन प्रत्याशा जैसी चुनौतियों से निपटना होगा।
- सऊदी अरब को विरोधी विचारधाराओं को दबाने तथा पत्रकार ज़माल खशोगी की हत्या पर कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
- विरोधियों का ऐसा मानना है कि सऊदी अरब ने लगभग नौ शिक्षाविदों, लेखकों और कार्यकर्ताओं को अवैध तरीके से हिरासत में लिया है।
G-20 समूह
- 1997 के बड़े वित्तीय संकट के पश्चात् यह निर्णय लिया गया था कि दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को एक मंच पर एकत्रित होना चाहिये।
- G-20 समूह की स्थापना 1999 में 7 देशों-अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, फ़्राँस और इटली के विदेश मंत्रियों के नेतृत्व में की गई थी
- G-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्राँस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।
- G-20 समूह अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच है। G-20 समूह प्रत्येक महाद्वीप से विकसित और विकासशील दोनों देशों के नेताओं को एक साथ लाता है।
- सामूहिक रूप से G-20 सदस्य विश्व के आर्थिक उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत, वैश्विक जनसंख्या का दो-तिहाई और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का तीन-चौथाई प्रतिनिधित्व करते हैं।
- G-20 की अध्यक्षता प्रत्येक वर्ष सदस्य देशों के बीच बदलती रहती है। शिखर सम्मेलन में शामिल सभी नेता बैठक में हुई नीतिगत चर्चा के आधार पर एक घोषणापत्र जारी करते हैं।
- G-20 सम्मेलन को औपचारिक रूप से "वित्तीय बाजारों और विश्व अर्थव्यवस्था पर शिखर सम्मेलन"(Summit on Financial Markets and the World Economy) के रूप में जाना जाता है ।
- 14-15 नवंबर 2008 को G-20 समूह का पहला शिखर सम्मेलन वाशिंगटन डी.सी (संयुक्त राज्य अमेरिका) में आयोजित हुआ था।
- वर्ष 2022 में भारत 17 वें G-20 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करेगा।