एनपीडीआरआर के लिये लक्ष्यों का निर्धारण | 03 May 2017
समाचारों में क्यों?
- विदित हो कि राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण मंच (एनपीडीआरआर) की दूसरी बैठक का नई दिल्ली में आयोजन किया जाएगा। बैठक का विषय “सतत विकास के लिये आपदा जोखिम न्यूनीकरणः वर्ष 2030 तक भारत को इस क्षेत्र में सशक्त बनाना” है।
- इस राष्ट्रीय मंच का उद्देश्य सरकार, संसद, स्थानीय स्वयं शासन, मीडिया, अंतरराष्ट्रीय संगठन, एनजीओ, स्थानीय समुदाय प्रतिनिधि, वैज्ञानिक एवं अकादमिक संस्थान और कॉर्पोरेट बिज़नेस आदि आपदा जोखिम से जुड़े भारत के विभिन्न समुदायों को एक साथ एक मंच पर लाना है।
- यह मंच अनुभव, विचार एवं योजनाओं, अनुसंधान के वर्तमान परिणामों आदि को साझा करने में मदद करने के साथ-साथ आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डीआरआर) के क्षेत्र में परस्पर सहयोग के लिये अवसर तलाशने में मदद करेगा।
क्या है एनपीडीआरआर (National Platform for Disaster Risk Reduction)?
- सरकार द्वारा वर्ष 2013 में एनपीडीआरआर का गठन किया गया था। एनपीडीआरआर की अध्यक्षता केन्द्रीय गृह मंत्री द्वारा की जाती है।
- एनपीडीआरआर के अन्य सदस्यों में 15 कैबिनेट मंत्री, नीति आयोग के उपाध्यक्ष, आपदा प्रबंधन की ज़िम्मेदारी संभालने वाले प्रत्येक राज्य/संघ शासित प्रदेश के संबंधित मंत्री, सामाजिक नागरिक संगठन और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल हैं।
एनपीडीआरआर के मुख्य कार्य
- आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में की गई प्रगति और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन नीति की समय-समय पर समीक्षा करना।
- केन्द्र एवं राज्य सरकारों तथा अन्य एजेंसियों द्वारा लागू की गई आपदा प्रबंधन नीतियों के तरीकों आदि की सराहना करना और इस मामले में उचित एवं प्रभावशाली सलाह देना।
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिये केन्द्र एवं राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों, स्थानीय स्व-शासन तथा स्थानीय नागरिक संगठनों के बीच समन्वय के लिये परामर्श देना।
निष्कर्ष
एनपीडीआरआर के राष्ट्रीय मंच से प्राप्त परिणाम आपदा प्रबन्धन के बारे में हमारी भावी राष्ट्रीय कार्रवाई योजना के लिये नीतिगत दिशा एवं रोडमैप बनाने में मददगार साबित होंगे।