व्यसन का तंत्रिका विज्ञान | 18 Mar 2025

स्रोत: द हिंदू

चर्चा में क्यों?

मस्तिष्क जागरूकता सप्ताह [Brain Awareness Week (10-16 मार्च)] के दौरान, एक अध्ययन से पता चला कि व्यसन में मस्तिष्क में एक जटिल तंत्रिका सर्किट शामिल होता है जो तृष्णा, भावनात्मक विनियमन और निर्णयन को प्रभावित करता है। 

  • यह व्यसन को नैतिक विफलता के बजाय एक दीर्घकालिक मस्तिष्क स्थिति के रूप में रेखांकित करता है, तथा अधिक प्रभावी उपचार रणनीतियों का मार्ग प्रशस्त करता है।

तंत्रिका विज्ञान व्यसन की व्याख्या कैसे करता है?

  • व्यसन में मस्तिष्क की भूमिका: अध्ययन में व्यसन में शामिल 3 प्रमुख मस्तिष्क भागों पर प्रकाश डाला गया है, अर्थात, आधारीय गुच्छिकाएँ (Basal Ganglia), एक्सटेंडेड एमिगडाला (Extended Amygdala) और पुरोमुखीय वल्कुट (Prefrontal Cortex)।
    • आधारीय गुच्छिकाएँ (Basal Ganglia): यह मस्तिष्क को आनंददायक गतिविधियों की प्रेरणा देता है, चाहे वह भोजन, सामाजिक संपर्क या मादक द्रव्यों से हो। 
      • यह आनंददायक व्यवहार को सुदृढ़ करने के लिये डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर के साथ कार्य करता है।
    • एक्सटेंडेड एमिगडाला (Extended Amygdala): जब मादक द्रव्यों का उपयोग बंद हो जाता है तो यह दुश्चिंता, उत्तेजनशीलता और व्यग्रता पैदा करता है, जिससे नुकसान के बावजूद उपयोग जारी रहता है।
    • पुरोमुखीय वल्कुट (Prefrontal Cortex): यह बताता है कि मादक द्रव्यों के हानिकारक प्रभावों को जानने के बावजूद भी उनका उपयोग क्यों जारी रहता है, जो कि व्यसन का एक प्रमुख लक्षण है।
      • पुरोमुखीय वल्कुट, जो निर्णय लेने, समय प्रबंधन और प्राथमिकता निर्धारण का कार्य करता है, इस त्रिक को पूर्ण करता है।

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  • किशोरों की सुभेद्यता: किशोरावस्था मादक द्रव्यों के सेवन के लिये एक गंभीर “जोखिम अवधि” होती है, क्योंकि इस दौरान इस वर्ग के बालकों का मस्तिष्क विकास के चरण में होता है। 
    • प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स, जो आवेगों और निर्णयन को नियंत्रित करता है, सबसे अंत में परिपक्व होता है। यह किशोरों को व्यसन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। 
  • व्यसन के अन्य कारण: 
    • आनुवंशिक प्रवृत्ति: कुछ व्यक्ति जैविक रूप से व्यसन के प्रति अधिक प्रवण होते हैं।
    • मनोवैज्ञानिक कारक: आघात, तनाव और मानसिक स्वास्थ्य विकार व्यसन के प्रति सुभेद्यता को बढ़ाते हैं।
    • परिवेश संबंधी प्रभाव: पारिवारिक वृत्त, साथियों का दबाव और सामाजिक-आर्थिक स्थितियों की भी इसमें महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।
    • प्रथमतः सेवन की आयु: अल्प आयु में संपर्क से दीर्घकालिक निर्भरता का जोखिम बढ़ जाता है।

नोट:

  • मस्तिष्क बिम्बन (जैसे, MRI) से व्यसन के कारण होने वाले संरचनात्मक और जैव रासायनिक परिवर्तनों की पहचान करने में मदद मिली है।
  • संज्ञानात्मक-व्यवहार चिकित्सा (Cognitive-Behavioral Therapies- CBT) और न्यूरोफीडबैक तकनीकों से मस्तिष्क को पुनः स्वस्थ करने में सहायता मिल रही है।

Brain

ब्रेन अवेयरनेस वीक (BAW) क्या है?

  • परिचय: यह प्रत्येक वर्ष मार्च माह के तीसरे सप्ताह में मनाया जाता है, जिसमें जीव विज्ञान को समझने, रोगों की रोकथाम करने और स्वास्थ्य सेवा में सुधार करने में मस्तिष्क विज्ञान की भूमिका को उजागर किया जाता है।
    • यह न्यूयॉर्क में स्थित निजी लोकोपकारी संगठन दाना फाउंडेशन द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है, जो तंत्रिका विज्ञान के क्षेत्र में कार्य करने हेतु समर्पित है।
  • कालक्रम:

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  • उद्देश्य और सहयोग: मस्तिष्क के प्रकार्यों, विकारों और अनुसंधान प्रगति के संबंध में जनता को शिक्षित करना।

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