नर्व एजेंट वीएक्स: एक खतरनाक रसायन | 25 Feb 2017
समाचारों में क्यों?
हाल ही में मलेशियाई पुलिस ने यह दावा किया है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग के सौतेले भाई किम जोंग-नाम की हत्या रसायनिक युद्ध के लिये तैयार किये गए घातक नर्व एजेंट वीएक्स नामक खतरनाक रसायन से की गई। कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर किम जोंग नाम की हत्या के मामले में प्राथमिक रिपोर्ट जारी करते हुए पुलिस ने कहा कि हत्यारों ने जिस ज़हर का उपयोग किया था वह गंधरहित, स्वादरहित तथा अत्यंत घातक नर्व एजेंट वीएक्स था।
क्या है नर्व एजेंट वीएक्स?
- विदित हो कि नर्व एजेंट वीएक्स को संयुक्त राष्ट्र ने सामूहिक हत्या करने वाला रासायनिक हथियार बताया है। यह सबसे अधिक ज़हरीला रासायनिक हथियार है जो साफ़ या अंबर रंग का एक तैलीय तरल पदार्थ है। यह रंगहीन होने के साथ–साथ गंधहीन भी होता है।
- यह त्वचा के अंदर जाकर तंत्रिकाओं के ज़रिये संदेश भेजे जाने को रोक देता है। त्वचा पर पड़ने वाली इसकी एक बूंद जान ले सकती है। इसे स्प्रे कर या भाप जैसा बनाकर फैलाया जा सकता है। इसे ख़ाने, पीने के पानी या कृषिउत्पादों में मिला कर उन्हें ज़हरीला बनाया जा सकता है।
- गौरतलब है कि भाप के संपर्क में आकर वीएक्स क़रीब आधे घंटे तक कपड़ों में रह सकता है, अतः इस तरह यह और लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि साल 1993 में हुई रासायनिक हथियार सम्मेलन के ज़रिये वीएक्स के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई थी।
- एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी सेना ने वर्ष 1969-70 के दौरान लगभग 110 टन वीएक्स रसायन अटलांटिक महासागर में बहा दिया था। गौरतलब है कि नर्व एजेंट वीएक्स का विकास करने वाले दो वैज्ञानिकों में रंजित घोष नाम के एक भारतीय वैज्ञानिक भी शामिल थे।
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा नर्व द्वारा ‘सामूहिक विनाश का हथियार’ घोषित इस नर्व एजेंट वीएक्स को इंग्लैण्ड में जे. ऍफ़ न्यूमैन और रंजित घोष ने मिलकर बनाया था बाद में इंग्लैण्ड ने इसे अमेरिकी सेना को बेच दिया था।
- विदित हो कि इराक पर जिन रासायनिक हथियारों को विकसित करने की बात कहकर हमला किया गया था उसमें नर्व एजेंट वीएक्स भी शामिल था। हालाँकि विशेषज्ञों का मानना है कि इराक के पास कोई भी रासायनिक या जैविक हथियार नहीं था।