शासन व्यवस्था
भारतीय राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा: ई-संजीवनी
- 07 Dec 2022
- 8 min read
प्रिलिम्स के लिये:ई-संजीवनी, आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (Ayushman Bharat Digital Health Mission- ABDHM) , आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र (Ayushman Bharat Health and Wellness Centres- AB-HWCs) कार्यक्रम, ई-संजीवनी OPD मेन्स के लिये:भारत में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की आवश्यकता और संबंधित पहल। |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा ई-संजीवनी द्वारा 8 करोड़ टेली-परामर्श प्रदान किये गए।
- पिछले 1 करोड़ परामर्श लगभग 5 सप्ताह की उल्लेखनीय समय सीमा में उपलब्ध कराए गए।
ई-संजीवनी:
- परिचय:
- ई-संजीवनी देश के डॉक्टरों के मध्य टेलीमेडिसिन सेवा है, जो डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पारंपरिक प्रत्यक्षतः परामर्श का विकल्प प्रदान करती है।
- ई-संजीवनी आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य मिशन का महत्त्वपूर्ण अंग है और ई-संजीवनी एप्लिकेशन के माध्यम से 45,000 से अधिक आभा संख्या जारी की गई हैं।
- इसका उपयोग करने वाले दस अग्रणी राज्य हैं: आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, तेलंगाना और गुजरात।
- दो कार्यक्षेत्र:
- आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र:
- यह टेली-परामर्श के माध्यम से ग्रामीण और शहरी डिजिटल स्वास्थ्य सुविधा के अंतर को कम करने प्रयास करता है।
- यह आयुष्मान भारत योजना के तहत ई-लाभार्थियों का समुचित लाभ सुनिश्चित करता है ।
- यह कार्यक्षेत्र हब-एंड-स्पोक मॉडल पर काम करता है, जिसमें राज्य स्तर पर स्थापित HWCs स्पोक के रूप में कार्य करते हैं और आंचलिक स्तर पर हब (MBBS/स्पेशलिटी/सुपर-स्पेशलिटी डॉक्टरों को शामिल करते हुए) के साथ समन्वित किये जाते हैं।
- इस मॉडल को 1,09,748 आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों तथा 14,188 हब में सफलतापूर्वक लागू किया गया है और इस प्रकार कुल 7,11,58,968 टेली-परामर्श प्रदान किये गए हैं।
- ई-संजीवनी OPD:
- यह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में नागरिकों को शामिल करता है।
- यह स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप के माध्यम से प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है, जिससे डॉक्टर के परामर्श को रोगी के निवास स्थान की परवाह किये बिना कहीं भी सुलभ बनाया जा सकता है।
- ई-संजीवनी OPD ने 2,22,026 विशेषज्ञों, डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया है और उन्हें इसमें शामिल किया है।
- इस प्लेटफॉर्म का एक दिन में 4.34 लाख से अधिक मरीजों की सेवा करने का प्रभावशाली रिकॉर्ड है।
- ई-संजीवनी OPD- स्टे होम OPD को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) मोहाली द्वारा विकसित किया गया है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology- MeitY) का एक प्रमुख अनुसंधान और विकास संगठन है।
- आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र:
- महत्त्व:
- ये प्लेटफॉर्म ग्रामीण क्षेत्रों में उन लोगों के लिये गेमचेंजर हो सकते हैं, जिनकी शहरों में स्थित चिकित्सा विशेषज्ञों तक आसान पहुुंँच नहीं है।
- टेलीमेडिसिन समय और लागत बचाता है। इसके अलावा ये प्लेटफॉर्म सरकार के 'डिजिटल इंडिया' के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं और कोविड-19 जैसी स्थितियों से निपटने के लिये आवश्यक हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)प्रश्न. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2022)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) 1 और 2 केवल उत्तर: (d) व्याख्या:
अतः विकल्प D सही है। मेन्सप्रश्न. भारत में 'सभी के लिये स्वास्थ्य' हासिल करने के लिये उपयुक्त स्थानीय समुदाय-स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल हस्तक्षेप एक पूर्वापेक्षा है। विश्लेषण कीजिये। (2018) |