राष्ट्रीय अंगदान दिवस | 28 Nov 2020

चर्चा में क्यों:

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) द्वारा 27 नवंबर को राष्ट्रीय अंगदान दिवस मनाया गया।

प्रमुख बिंदु:

  • राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम (National Organ Transplant Programme- NOTP):
    • यह ROTTO, SOTTO की स्थापना के लिये वित्तीय अनुदान प्रदान करता है,  नए विकास और मौजूदा पुनर्प्राप्ति और प्रत्यारोपण केंद्रों को अपग्रेड करता है।
  • अंगदान संस्थागत स्थापना:
    • राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (National Organ & Tissue Transplant Organisation- NOTTO), क्षेत्रीय स्तर पर क्षेत्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (Regional Organ & Tissue Transplant Organisations- ROTTO) और राज्य स्तर पर राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (State Organ & Tissue Transplant Organisations- SOTTO)
  • भारत में अंगदान की स्थिति:
    • डब्ल्यूएचओ ग्लोबल ऑब्ज़र्वेटरी ऑन डोनेशन एंड ट्रांसप्लांटेशन (GODT) के अनुसार, अंगदान के मामले में भारत का विश्व में तीसरा स्थान है।

मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994 

  • मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम को वर्ष 1994 में पारित किया गया था तथा इसे  वर्ष 2011 में संशोधित किया गया, इस प्रकार मानव प्रत्यारोपण (संशोधन) अधिनियम 2011 के रूप में लाया गया।
  • यह मानव अंगों को हटाने और इसके भंडारण के लिये विभिन्न नियम प्रदान करता है।
  • यह चिकित्सीय प्रयोजनों के लिये मानव अंगों के प्रत्यारोपण को और मानव अंगों के वाणिज्यिक लेनदेन की रोकथाम को विनियमित करता है।
  • मुख्य प्रावधान
    • इस अधिनियम में ब्रेन डैड को मृत्यु के रूप में पहचानने के प्रावधान  हैं और ब्रेन डैड के मानदंडो को परिभाषित करता है।
    • यह प्रत्यारोपण गतिविधि की निगरानी के लिये नियामक और सलाहकार निकाय प्रदान करता है।
    • यह मानव अंगों और ऊतकों के दाताओं और प्राप्तकर्त्ताओं की एक रजिस्ट्री के रखरखाव के लिये भी प्रदान करता है।

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आगे की राह:

  • भारतीय अंगदान दिवस जैसी पहलें जागरूकता को बढ़ावा देने और मृतक दाताओं द्वारा स्वास्थ्य सेवा और मानव जाति के लिये किये गए निस्वार्थ योगदान को मानवता में हमारे विश्वास को फिर से स्थापित करने में मदद करती हैं।

स्रोत: पीआईबी