सामाजिक न्याय
राष्ट्रीय जीनोम ग्रिड
- 09 Sep 2019
- 5 min read
चर्चा में क्यों?
सरकार कैंसर अनुसंधान को और विकसित करने हेतु एक राष्ट्रीय जीनोम ग्रिड (National Genomic Grid) की स्थापना करेगी।
प्रमुख बिंदु:
- राष्ट्रीय जीनोम ग्रिड भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास में स्थापित राष्ट्रीय कैंसर ऊतक बायोबैंक (National Cancer Tissue Biobank- NCTB) के अनुरूप होगा।
- यह भारत में कैंसर से प्रभावित जीनोमिक कारकों का अध्ययन करने के लिये कैंसर रोगियों के नमूने एकत्र करेगा और इन नमूनों को ठीक से सत्यापित करेगा।
- राष्ट्रीय कैंसर ऊतक बायोबैंक, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के साथ घनिष्ठ सहयोग करता है। राष्ट्रीय कैंसर ऊतक बायोबैंक में कैंसर रोगियों से प्राप्त 50,000 जीनोमिक नमूनों को संग्रहीत करने की क्षमता है,वर्तमान में इसमें 3,000 रोगियों के नमूने संग्रहीत हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद
(Indian Council of Medical Research- ICMR)
- जैव चिकित्सा अनुसंधान के संवर्द्धन हेतु भारत का यह शीर्ष निकाय विश्व के सबसे पुराने चिकित्सा अनुसंधान निकायों में से एक है।
- भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Department of Health Research, Ministry of Health & Family Welfare) के माध्यम से इसका वित्त पोषण किया जाता है।
- यह नई दिल्ली में स्थित है।
राष्ट्रीय कैंसर ऊतक बायोबैंक
(National Cancer Tissue Biobank- NCTB)
- नेशनल कैंसर ऊतक बायोबैंक एक अत्याधुनिक गैर-लाभकारी समुदाय आधारित ऊतक बैंक है।
- यह भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science and Technology- DST) तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास की एक संयुक्त पहल है।
- बायोबैंक, कैंसर के निदान हेतु रोगियों की सहमति से कैंसर के ऊतकों के नमूने एकत्र करता है।
- NCTB भारत में अपनी तरह की पहली सुविधा है और इसका उद्देश्य कैंसर अनुसंधानों की उच्च गुणवत्ता तथा अनुसंधान को सुविधाजनक बनाने के लिये कैंसर का डेटा संग्रहण करना है जिससे कैंसर के उपचार में और सुधार किया जा सके।
- सरकार सभी कैंसर उपचार संस्थानों को समग्रता से अखिल भारतीय संग्रह केंद्रों के साथ जोड़कर राष्ट्रीय जीनोम ग्रिड स्थापित करने की योजना बना रही है।
- राष्ट्रीय जीनोम ग्रिड को चार भागों उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम में विभाजित किया जाएगा।
- राष्ट्रीय कैंसर ऊतक बायोबैंक में 3,000 नमूनों से विकसित पेट और स्तन कैंसर के रोगियों के 350 जीनोमिक डेटा का पहला सेट अक्तूबर के अंत तक जारी होने की संभावना है।
- सरकार का लक्ष्य विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक 1,000 लोगों पर एक डॉक्टर की नियुक्ति को प्राप्त करना है जिसके लिये MBBS सीटों की संख्या 42,000 से बढ़ाकर एक लाख की जा रही है। वर्तमान में भारत में 1,400 रोगियों पर 1 डॉक्टर की उपलब्धता है।
- MBBS स्नातकों की क्षमता और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में भर्ती को सरल बनाने हेतु राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ( National Medical Commission) का गठन किया जा रहा है।
- राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, सामुदायिक स्वास्थ्य प्रदाता और नेशनल एग्जिट टेस्ट (National Exit Test- NEXT) के माध्यम से चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में नए मानक स्थापित करेगा।