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भारतीय राजव्यवस्था

भारत का राजचिह्न

  • 19 Jul 2022
  • 10 min read

प्रिलिम्स के लिये:

राज्य प्रतीक, मौर्य साम्राज्य, मौर्य वास्तुकला, राष्ट्रीय प्रतीक

मेन्स के लिये:

राज्य प्रतीक का महत्त्व, राज्य प्रतीक का उपयोग, मौर्य साम्राज्य और वास्तुकला का महत्त्व, भारत के राष्ट्रीय प्रतीक

 चर्चा में क्यों?

भारत के प्रधानमंत्री ने हाल ही में निर्माणाधीन नए संसद भवन के शीर्ष पर 6.5 मीटर ऊँचे राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण किया।

National-Emblem

भारत का राष्ट्रीय चिह्न:

  • परिचय:
    • भारत का राज्य प्रतीक भारत गणराज्य का राष्ट्रीय प्रतीक है और इसका उपयोग केंद्र सरकार, कई राज्य सरकारों और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा किया जाता है।
  • इतिहास:
    • भारत का राजचिह्न (राष्‍ट्रीय प्रतीक) सारनाथ स्थित अशोक के सिंह स्तंभ की अनुकृति है।
      • मूल रूप में इसमें चार शेर हैं जो चारों दिशाओं की ओर मुँह किये खड़े हैं। इसके नीचे एक गोल आधार है जिस पर हाथी, घोड़ा, एक बैल और एक सिंह बने हैं जो दौड़ती हुई मुद्रा में है। ये गोलाकार आधार खिले हुए उल्टे लटके कमल के रूप में है।
      • इसे एकाश्म पत्थर को तराशकर बनाया गया है तथा इसके शीर्ष पर धम्म चक्र सुशोभित हैै।
  • अपनाया गया प्रतीक:
    • राष्‍ट्र के प्रतीक में इसे 26 जनवरी, 1950 में  भारत सरकार द्वारा अपनाया गया था,  इसमें केवल तीन सिंह दिखाई देते हैं और चौथा छिपा हुआ है जो दिखाई नहीं देता है।

भारत के राष्ट्रीय प्रतीक की मुख्य विशेषताएँ:

  • भारत का राज्य चिह्न भारत सरकार की आधिकारिक मुहर है।
  • चार जानवरों को चार दिशाओं का प्रतिनिधित्त्व करते हुए दर्शाया गया है:
    • एक दौड़ता हुआ घोड़ा: पश्चिम दिशा में
      • घोड़ा कंठक घोड़े का प्रतिनिधित्त्व करता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि बुद्ध ने अपने राजसी जीवन को छोड़ने के लिये इसका इस्तेमाल किया था।
    • एक हाथी: पूर्व में
      • हाथी रानी माया के सपने को दर्शाता है, जहाँ एक सफेद हाथी उसके गर्भ में प्रवेश करता है।
    • एक बैल: दक्षिण में
      • बैल वृषभ राशि चक्र के संकेत को दर्शाता है, जिस महीने में बुध का जन्म हुआ था।
    • एक शेर: उत्तर में
      • सिंह ज्ञान की प्राप्ति को दर्शाता है।
  • ऐसा लगता है कि जानवर अनंत काल तक अस्तित्व का पहिया घुमाते हुए एक-दूसरे का अनुसरण करते हैं
  • मुंडक उपनिषद से सत्यमेव जयते शब्द जिसका अर्थ हैसत्य की ही जीत होती है (Truth Alone Triumphs)', देवनागरी लिपि में शीर्ष फलक के नीचे अंकित हैं।
  • चार सिंह सभी दिशाओं में धर्म का प्रसार करने वाले बुद्ध के प्रतीक हैं।
    • यह बुद्ध द्वारा पहले धर्मोपदेश की स्मृति में बनाया गया था जिसे धर्मचक्रप्रवर्तन के नाम से जाना जाता है।
  • कानूनी प्रावधान:
    • भारत का राज्य प्रतीक (अनुचित उपयोग का निषेध) अधिनियम, 2005 और भारत का राज्य प्रतीक (उपयोग का विनियमन) नियम, 2007:
      • इन नियमों के अनुसार, भारत के राष्ट्रीय प्रतीक का उपयोग केवल भारत के राज्य प्रतीक (अनुचित उपयोग का निषेध) अधिनियम, 2005 के प्रावधानों के अनुसार किया जा सकता है और कोई भी अनधिकृत उपयोग कानून के तहत दंडनीय है।
      • कानून का उल्लंघन करने पर 2 साल तक की सज़ा या 2000 रुपए तक का जुर्माना हो सकता है।
  • उपयोग:
    • केंद्र सरकार, राज्य सरकार और अन्य सरकारी एजेंसियों के लेटरहेड पर।
    • भारत की मुद्रा पर।
    • भारत के पासपोर्ट पर।
    • राष्ट्रीय ध्वज में अशोक चक्र राष्ट्रीय प्रतीक से लिया गया है।
    • इमारतों पर:
      • राष्ट्रपति भवन
      • संसद भवन
      • सर्वोच्च न्यायालय
      • उच्च न्यायालय
      • केंद्रीय सचिवालय
      • राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सचिवालय भवन
      • राजभवन/राजनिवास
      • राज्य विधानमंडल
      • विदेशों में भारत के राजनयिक मिशन का परिसर
      • उनकी मान्यता वाले देशों में मिशन प्रमुखों का निवास
      • विदेशों में भारतीय वाणिज्य दूतावासों के भवनों के प्रवेश द्वार पर

मौर्य स्तंभ:

  • मौर्य स्तंभ रॉक कट स्तंभ हैं जो इस प्रकार नक्काशी करने वाले के कौशल को प्रदर्शित करते हैं।
  • अशोक द्वारा पत्थर के खंभे बनवाए गए थे, जो मौर्य साम्राज्य के उत्तर भारतीय हिस्से में पाए गए हैं, जिन पर शिलालेख खुदे हुए हैं।
  • स्तंभ के शीर्ष भाग पर बैल, सिंह, हाथी आदि की बड़ी आकृतियां उकेरी गई हैं।
  • सभी बड़े आकार की आकृतियाँ एक वर्ग या वृत्ताकार अबेकस पर खड़ी और नक्काशीदार हैं।
    • अबेकस को कमल शैली में सजाया गया है।
  • मौर्य स्तंभों के कुछ उदाहरण:
    • लौरिया नंदनगढ़ स्तंभ (पश्चिम चंपारण, बिहार)
    • अशोक स्तंभ (सांची, मध्य प्रदेश)
    • अशोक का सिंह स्तंभ, (सारनाथ, वाराणसी, उत्तर प्रदेश)

भारत के कुछ अन्य राष्ट्रीय प्रतीक:

  • राष्ट्रीय ध्वज:
    • राष्ट्रीय ध्वज भारत का एक क्षैतिज तिरंगा है जिसमें सबसे ऊपर केसरिया, बीच में सफेद और सबसे नीचे हरा समान अनुपात में है। झंडे की चौड़ाई और उसकी लंबाई का अनुपात दो से तीन होता है। सफेद पट्टी के केंद्र में एक गहरे नीले रंग का पहिया होता है जो चक्र का प्रतिनिधित्व करता है।
    • राष्ट्रीय ध्वज के डिज़ाइन को 22 जुलाई, 1947 को भारत की संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था।
  • राष्ट्रगान:
    • भारत का राष्ट्रीय गान जन-गण-मन, मूल रूप से रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा बंगाली में रचित है, 24 जनवरी, 1950 को भारत के राष्ट्रगान के रूप में संविधान सभा द्वारा इसके हिंदी संस्करण में अपनाया गया था।
    • इसे पहली बार 27 दिसंबर, 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में गाया गया था।
  • राष्ट्रीय गीत:
    • बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा संस्कृत में रचित वंदे मातरम गीत।
    • 24 जनवरी,1950 को राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने संविधान सभा में कहा कि "वंदे मातरम गीत जिसने भारतीय स्वतंत्रता के संघर्ष में ऐतिहासिक भूमिका निभाई है, को जन गण मन के साथ समान रूप से सम्मानित किया जाएगा और उसे साथ समान दर्जा प्राप्त होगा।"
  • राष्ट्रीय :
    • बाघ, पैंथेरा टाइग्रिस एक धारीदार जानवर है। इसमें पीले रंग की गहरी धारियाँ होती हैं।
  • राष्ट्रीय फूल:
    • कमल (नेलुम्बो न्यूसीफेरा गर्टन) भारत का राष्ट्रीय फूल है।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)

भारत के प्रतीक के नीचे अंकित भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य, 'सत्यमेव जयते' किससे लिया गया है। (2014)

(a) कथा उपनिषद
(b) छांदोग्य उपनिषद
(c) ऐतरेय उपनिषद
(d) मुंडक उपनिषद

उत्तर: (d)

व्याख्या:

  • उपनिषद वेदों का अंतिम भाग है। 108 मान्यता प्राप्त उपनिषद हैं जिनमें से 12 को सिद्धांत उपनिषद माना जाता है।
  • सत्यमेव जयते श्लोक मुंडक उपनिषद से लिया गया है। मुंडक III, खंड I का श्लोक है-"सत्यमेव जयते नानर्तम सत्येन पंथा वितो देवायनाः येनाक्रमंत्यर्सयो ह्यप्तकामा यात्रा तत सत्यस्य परमं निदानम"
  • अर्थात् असत्य की नहीं सत्य की ही जीत होती है, सत्य से, देवयान (देवों का मार्ग) का विस्तार होता है, जिसके द्वारा द्रष्टा बिना किसी कामना के यात्रा करते हैं जो सत्य द्वारा प्राप्त सर्वोच्च निधि है।

अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।

स्रोत: द हिंदू

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