अंतर्राष्ट्रीय संबंध
डाउन सिंड्रोम पर राष्ट्रीय सम्मेलन
- 26 Mar 2018
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चर्चा में क्यों?
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय न्यास द्वारा 26 मार्च को 'डाउन सिंड्रोम पर राष्ट्रीय सम्मेलन' आयोजित किया गया।
- इस सम्मेलन में डाउन सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति के जीवन पर आधारित "ट्वीलाइट्स चिल्ड्रन" नामक पुस्तक का भी विमोचन किया गया।
- यह सम्मेलन डाउन सिंड्रोम पर विचारों और ज्ञान का प्रसार करने, इससे पीडि़त लोगों के मन में सकारात्मक परिवर्तन लाने और संबंधित विभिन्न पक्षों के अनुभवों के साझाकरण पर आधारित था।
क्या है डाउन सिंड्रोम?
- डाउन सिंड्रोम एक आनुवंशिक विकार है, जो कि क्रोमोसोम-21 में एक अतिरिक्त क्रोमोसोम के जुड़ने की उपस्थिति के कारण होता है।
- अधिकांश लोगों की सभी कोशिकाओं में 46 गुणसूत्र होते हैं, लेकिन डाउन सिंड्रोम से पीड़ित लोगों में एक अतिरिक्त गुणसूत्र आने से इनकी संख्या 47 हो जाती है।
- इस कारण उनमें बौद्धिक विकास और सीखने की क्षमता कम होती है। इससे ग्रसित बच्चों में अक्सर देरी से विकास और व्यवहार संबंधी समस्याएँ होती हैं।
- डाउन सिंड्रोम नाम, ब्रिटिश चिकित्सक जॉन लैंगडन डाउन के नाम पर पड़ा, जिन्होंने इस सिंड्रोम (चिकित्सीय स्थिति) के बारे में सबसे पहले 1866 में पता लगाया था।
- विश्व में अनुमानित 1000 में 1 से लेकर 1100 में से 1 बच्चा डाउन सिंड्रोम के साथ पैदा होता है।
डाउन सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्तियों के लक्षण
- डाउन सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति में बहुत हल्के से गंभीर संज्ञानात्मक कमी का स्तर, मांसपेशी टोन में कमी, छोटी नाक और नाक की चपटी नोक, ऊपर की ओर झुकी हुई आँखें, छोटे कान, मांसपेशियों में कमज़ोरी, ढीले जोड़ और अत्यधिक लचीलापन, अंगूठा और उसके बगल की ऊँगली के बीच की दूरी अधिक होना तथा मुँह से बाहर निकलती रहने वाली जीभ जैसे लक्षण होते हैं।
- डाउन सिंड्रोम से पीड़ित बच्चे विभिन्न दोषों जैसे कि जन्मजात हृदय रोग, सुनने में हानि, आँख की समस्याओं से प्रभावित हो सकते हैं।
- डाउन सिंड्रोम से पीड़ित बच्चा किसी भी उम्र की माँ से जन्म ले सकता है, हालाँकि डाउन सिंड्रोम का ज़ोखिम माँ की उम्र के साथ बढ़ जाता है। 35 वर्षीय महिला के डाउन सिंड्रोम से पीड़ित गर्भधारण की संभावना 350 में से 1 तथा 40 वर्ष की उम्र के बाद डाउन सिंड्रोम से पीड़ित गर्भधारण की संभावना 100 में से 1 हो जाती है।
विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस (WDSD)
- डाउन सिंड्रोम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये 2012 से प्रतिवर्ष 21 मार्च को विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- 19 दिसंबर, 2011 को संयुक्त राष्ट्र आम सभा ने 21 मार्च को विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस मनाने की घोषणा की थी।
- WDSD के लिये क्रोमोसोम-21 (गुणसूत्र) में त्रयी (ट्रायसोमिक) की विशिष्टता को दर्शाने के लिये तीसरे महीने की 21 तारीख़ का चयन किया गया था, जिसके कारण डाउन सिंड्रोम होता है।
राष्ट्रीय न्यास (National Trust)
- राष्ट्रीय न्यास सांविधिक निकाय (Statutory Body) है, जिसकी स्थापना ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मंदबुद्धि और कई प्रकार की दिव्यांगता से ग्रसित लोगों के कल्याण के लिये संसदीय अधिनियम के तहत सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के अंतर्गत की गई।
- राष्ट्रीय न्यास अपनी स्थापना के बाद से ही दिव्यांगजनों के कल्याण के लिये विभिन्न योजनाएँ और कार्यक्रम चला रहा है।
- इनमें से प्रमुख गतिविधि विभिन्न कार्यशालाओं, सम्मेलनों का आयोजन कर इन दिव्यांगताओं और ऐसे व्यक्तियों की क्षमताओं के बारे में आम जन के बीच जागरूकता फैलाना है।