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राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन ने जारी की HIV आकलन रिपोर्ट 2017

  • 15 Sep 2018
  • 5 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (National AIDS Control Organisation- NACO) ने HIV आकलन रिपोर्ट 2017 जारी की।

HIV आकलन रिपोर्ट 2017 के अनुसार

  • 2017 में भारत में HIV पीड़ित लोगों (PLHIV) की संख्‍या लगभग 21.40 लाख थी, इनमें वयस्‍क पीड़ित की संख्‍या 0.22 फीसदी थी।
  • वर्ष 2017 में HIV संक्रमण के लगभग 87,580 नए मामले सामने आए और 69,110 लोगों की एड्स से संबंधित बीमारियों से मौत हुई।
  • इस दौरान माँ से बच्‍चों में HIV के संक्रमण को रोकने के लिये 22,675 माताओं को एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) की ज़रूरत पड़ी। एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) शरीर में HIV वायरस को बढ़ने से रोकती है।
  • राष्‍ट्रीय स्‍तर पर HIV के फैलने की गति कम रही, लेकिन देश के कुछ भौगोलिक क्षेत्रों और कुछ खास समुदायों में इस महामारी में वृद्धि हुई है।
  • हाल के वर्षों की तुलना में HIV संक्रमण के नए मामलों की गति में कमी आई है।
  • 1995 में एड्स महामारी की अधिकता की तुलना में कार्यक्रम के प्रभाव से इसके संक्रमण में 80 फीसदी से अधिक की कमी आई है।
  • इसी तरह 2005 में एड्स के कारण हुई मौतों की अधिकता की तुलना में 71 फीसदी की कमी आई है।
  • UN-एड्स 2018 की रिपोर्ट के अनुसार, एड्स के नए संक्रमण और एड्स से संबंधित बीमारियों के कारण मौतों का वैश्विक औसत घटकर क्रमश: 47 फीसदी और 51 फीसदी तक आ गया है।

HIV आकलन रिपोर्ट के बारे में

  • राष्‍ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (National AIDS Control Programme- NACP) के तहत HIV आकलन रिपोर्ट, HIV श्रृंखला का 14वाँ संस्‍करण है।
  • यह भारतीय चिकित्‍सा अनुसंधान परिषद और राष्‍ट्रीय चिकित्‍सा सांख्यिकीय संस्‍थान के सहयोग से द्विवार्षिक HIV आकलन रिपोर्ट जारी करता है।
  • भारत में HIV आकलन का पहला संस्‍करण 1998 में आया था, जबकि पिछला संस्‍करण वर्ष 2015 में जारी हुआ था।
  • HIV आकलन का उद्देश्‍य भारत में राष्‍ट्रीय और राज्‍य/केंद्रशासित प्रदेश स्‍तर पर HIV महामारी की स्थिति की अद्यतन सूचना उपलब्‍ध कराना है।

HIV आकलन की आवश्यकता

  • ऐसे आकलन की ज़रूरत इसलिये पड़ती है, क्‍योंकि ऐसे महत्त्वपूर्ण संकेतकों को मापने का कोई भरोसेमंद उपाय नहीं है, जिनका इस्‍तेमाल दुनिया भर के देशों में महामारी की निगरानी करने और इस दिशा में उठाए जाने वाले कदमों के आकलन के लिये किया जाता है।

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन

  • राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का एक प्रभाग है जो 35 HIV/एड्स रोकथाम और नियंत्रण समितियों के माध्यम से भारत में HIV/एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के लिये नेतृत्व प्रदान करता है।
  • 1986 में, देश में पहले एड्स मामले की पहचान के बाद, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय एड्स समिति गठित की गई थी।
  • एड्स के विस्तार के साथ ही भारत में इसके प्रति जागरुकता लाने तथा रोकथाम के उपाय अपनाने के लिये एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम चलाने की ज़रूरत महसूस होने लगी।
  • 1992 में भारत का पहला राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (1992-1999) शुरू किया गया था और कार्यक्रम को लागू करने के लिये राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) का गठन किया गया था।
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