सकल घरेलू ज्ञान उत्पाद (GDKP) पर कार्यशाला का आयोजन | 18 Feb 2019
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (Ministry of Statistics and Programme Implementation-MoSPI) ने कोलकाता स्थित भारतीय सांख्यिकी संस्थान (Indian Statistical Institute-ISI) के साथ मिलकर सकल घरेलू ज्ञान उत्पाद (Gross Domestic Knowledge Product-GDKP) के उभरते क्षेत्र पर नई दिल्ली में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।
सकल घरेलू ज्ञान उत्पाद (Domestic Knowledge Product-GDKP)
- दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर उम्बेर्टो सुलपास्सो (Umberto Sulpasso) द्वारा GDKP के विचार को प्रस्तुत किया गया।
- सकल घरेलू ज्ञान उत्पाद ज्ञान आधारित अर्थव्यस्था के निम्नलिखित चार बुनियादी स्तंभों के माध्यम से किसी राष्ट्र के विकास और भविष्य की माप करता है –
- नॉलेज आइटम्स (Knowledge items-Ki) – अलग-अलग श्रेणियों में आधुनिक और स्थानीय दोनों वर्गों की अलग-अलग संस्कृतियों की सूचना सामग्रियों की पहचान करना।
- कंट्री नॉलेज प्रोड्यूसिंग मैट्रिक्स (Country’s Knowledge Producing Matrix-CKPM) – सरकार, निजी संस्थानों और परिवारों द्वारा उत्पादित ज्ञान में विभेद करते हुए GDP प्रभाव के लिये इनकी तुलना करना।
- कंट्री नॉलेज यूज़र मैट्रिक्स (Country’s Knowledge User Matrix-CKUM) – व्यक्तियों और निजी कंपनियों द्वारा अपने आधुनिकीकरण के प्रयासों को मापने के लिये स्वीकृत ज्ञान का मूल्य।
- कॉस्ट ऑफ लर्निंग (Cost of Learning) – युवा नागरिकों को समर्थन देने के लिये शिक्षा परिवार बॉण्ड, शिक्षा क्रेडिट कार्ड आदि के माध्यम से सरकार के बजटीय निर्णयों (राजनीतिक संदर्भ) में उपयोग की जाने वाली वर्तमान लागत के समान।
भारत के लिये सकल घरेलू ज्ञान उत्पाद
- यह राष्ट्रीय संस्कृति से संबंधित विशिष्ट ज्ञान सामग्रियों के मूल्य की गणना करने और इन सामग्रियों में समय के साथ परिवर्तन की अनुमति देगा।
- उदाहरण के तौर पर, भारत में इन विशिष्ट ज्ञान सामग्रियों के अंतर्गत सांस्कृतिक और धार्मिक शिक्षणों (योग, वेद और नृत्य विद्यालय), धार्मिक त्योहारों एवं फसल त्योहारों के प्रसार को शामिल किया गया है।
- सकल घरेलू ज्ञान उत्पाद एक राष्ट्रीय ज्ञान शिक्षा मंच के निर्माण की सुविधा भी प्रदान कर सकता है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रत्यक्ष लाभ पहुँचाने के साथ-साथ जीडीपी और निजी निवेश की उचित भूमिका को बढ़ावा देगा।
- यह देश में ज्ञान आधारित अर्थव्यस्था को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण योगदान देगा।
स्रोत – PIB