मूडीज़ का नया अनुमान : 2018 में भारत की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत | 31 May 2018
चर्चा में क्यों?
अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज़ इन्वेस्टर्स सर्विस ने चालू वित्त वर्ष के लिये भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर के अपने अनुमान को यह कहते हुए 7.5 से घटाकर 7.3 प्रतिशत कर दिया कि भारत की अर्थव्यवस्था में क्रमिक सुधार हो रहा है लेकिन तेल की बढ़ती कीमतें और मुश्किल वित्तीय हालात सुधार की रफ्तार को धीमा करेंगी।
भारत के बारे में अनुमान
- मूडीज़ ने अपनी वैश्विक वृहद् परिदृश्य (Global Macro Outlook) : 2018-19 की ताज़ा रिपोर्ट में कहा है कि 2018 में भारत की GDP वृद्धि दर करीब 7.3 प्रतिशत रहेगी।
- इससे पहले मूडीज़ ने वर्ष 2018 में भारत के लिये सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
- मूडीज़ ने 2019 की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने के अपने अनुमान को बरकरार रखा है।
क्या कहा है एजेंसी ने?
- ग्रामीण उपभोग में तेज़ी का लाभ वृद्धि दर को मिलना चाहिये।
- अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य और सामान्य मानसून के चलते ग्रामीण उपभोग में तेज़ी आने की उम्मीद है।
- निजी निवेश चक्र धीरे-धीरे तेजी की तरफ बढ़ता रहेगा, क्योंकि ट्विन बैलेंस शीट के मुद्दे (बैंकों की फँसी संपत्तिययाँ तथा कॉर्पोरेट कर्ज़) का समाधान परिसंपत्तियों की बिक्री तथा दिवाला एवं दिवालियापन संहिता के जरिये धीरे-धीरे होगा।
- अप्रत्यक्ष कर की नई व्यवस्था वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अगली कुछ तिमाहियों तक इस वृद्धि दर पर भारी पड़ सकती है, जो विकास दर अनुमान को कम करने का जोखिम पैदा करता है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था के बारे में अनुमान
- वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर मूडीज़ ने उम्मीद जताई है कि साल 2018 भी 2017 की तरह ही शानदार वृद्धि वाला वर्ष होगा।
- हालाँकि, वैश्विक विकास की संभावना 2018 के अंत तक और 2019 में पूर्ण रोज़गार प्रदान करने वाली कई उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के परिणामस्वरूप 2019 के अंत तक मामूली वृद्धि होगी।
अन्य देशों के बारे में अनुमान
- मूडीज़ के अनुसार, G-20 देशों के विकास में 2018 में 3.3% और 2019 में 3.2% की वृद्धि होगी।
- उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में 2018 में 2.3% और 2019 में 2% की वृद्धि होगी।
- जबकि G-20 के उभरते बाज़ार 2018 और 2019 दोनों में 5.2% की दर से विकास करेंगे जो 2017 में 5.3% से नीचे है।
- यूएस फेडरल फंड रेट में तीन अतिरिक्त बढ़ोतरी के बाद 2019 में तीन और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
- यूरोपीय सेंट्रल बैंक साल के अंत तक अतिरिक्त संपत्ति खरीद बंद कर देगा और 2019 की पहली छमाही में जमा सुविधा दर में वृद्धि शुरू कर देगा।
- बैंक ऑफ जापान अगले दो वर्षों तक अपनी वर्तमान मौद्रिक नीति बनाए रखेगा।
विकास दर में कमी का कारण
- मूडीज़ ने उभरते बाजारों में उथल-पुथल, तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और व्यापार विवादों को विकास के क्षेत्र में गिरावट का खतरा बताया।
- तेल की बढ़ती कीमतें उपभोग तथा मांग के लिये हानिकारक होगी।
- अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव का पुन: वृद्धि विकास के लिये एक और जोखिम कारक है।
- ब्राज़ील, मेक्सिको और इटली में राजनीतिक संकट के कारण विकास दर में गिरावट आई है।
मूडीज़ इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody's Investors Service)
- मूडीज़ इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody's Investors Service) मूडीज़ कॉरपोरेशन की बॉण्ड-क्रेडिट की रेटिंग करने वाली कम्पनी है। इसको संक्षेप में केवल 'मूडीज़' कहा जाता है।
- मूडीज़ की स्थापना 1909 में जॉन मूडी द्वारा स्टॉक और बॉण्ड तथा बॉण्ड और बॉण्ड रेटिंग से संबंधित सांख्यिकी का मैनुअल बनाने के लिये की गई थी।
- यू.एस. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के द्वारा वर्ष 1975 में कंपनी को राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सांख्यिकी रेटिंग संगठन (NRSRO) के रूप में चिन्हित किया गया था।
- मूडीज़ की निवेशक सेवा वाणिज्यिक और सरकारी संस्थाओं के द्वारा जारी किये गए बॉण्डों पर अंतरराष्ट्रीय वित्तीय अनुसंधान का कार्य करती है।
- यह दुनिया की सबसे बड़ी तीन क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (standard and Poors) और फिच समूह (Fitch Group) के साथ शामिल है।