सड़कों की मरम्मत के लिये मोबाइल एप ‘आरम्भ’ | 25 Jul 2017
संदर्भ
गौरतलब है कि हाल ही में 24 जुलाई 2017 को ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा सड़कों की मरम्मत के लिये एक मोबाइल एप “आरंभ” (Aarambh) को लांच किया गया है| साथ ही निम्नलिखित महत्त्वपूर्ण घोषणाएँ भी की गई हैं –
संकल्पना नोट
- ग्रामीण सड़कों की मरम्मत के लिये फंड जुटाना|
- राज्यों के लिये ग्रामीण सड़कों की मरम्मत के लिये संसाधन जुटाना हमेशा से एक चुनौती भरा कार्य रहा है|
- यह संकल्पना नोट नवाचार के तरीकों को रेखांकित करता है जिन्हें राज्य सरकारों द्वारा सड़कों की मरम्मत के लिये अतिरिक्त फंड जुटाने तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के अनुभवों को विश्वस्तर पर प्रदर्शित करने के लिये अपनाया जा सकता है|
मोबाइल एप
- ग्रामीण सड़क मरम्मत विवरणिका के लिये प्रदर्शन आधारित मरम्मत कॉन्ट्रैक्टों और सामुदायिक कांट्रेक्टिंग के लिये मोबाइल फ़ोन आधारित एप का शुभारंभ किया गया|
- इस मोबाइल एप के माध्यम से सड़कों की सूची बनाने, परिस्थितियों का सर्वेक्षण करने, उनमें लगने वाली अनुमानित लागत का पता लगाने और वार्षिक सड़क मरम्मत योजना की तैयारी और निगरानी हेतु संबंधित आँकड़ों को एकत्रित करने के लिये जी.आई.एस. आधारित मानचित्रण का उपयोग किया जाएगा|
अन्य महत्त्वपूर्ण बिंदु
- ध्यातव्य है कि पिछले दिनों अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की उपनिदेशक श्रीमती देबोराह ग्रीनफील्ड ने ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किये जा रहे प्रमुख कार्यक्रमों जैसे- महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना की सराहना की|
- उल्लेखनीय है कि ये सभी कार्यक्रम न केवल ग्रामीण गरीबों की मूलभूत आवश्यकताओं को उजागर करते है बल्कि रोज़गार सृजन, गरीबी निवारण और समावेशी विकास में भी प्रभावी भूमिका निभाते हैं|
- भारत सरकार द्वारा लागू की गई इन पहलों में ग्रामीण आबादी (मुख्यतः महिलाओं) के लिये अधिक से अधिक रोज़गार के अवसरों का सृजन करने की क्षमता निहित है| अत: ऐसी स्थिति में यह बहुत अधिक महत्त्वपूर्ण हो जाता है कि भारत सरकार को किसी अंतर्राष्ट्रीय संगठन का समर्थन हासिल हो|
- ऐसी आशा व्यक्त की जा रही है कि लांच किया गया नया मोबाइल एप ग्रामीण सड़कों के मरम्मत प्रबंधन को पहले कि अपेक्षा अधिक आसान बना देगा|