रेल मंत्रालय और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) का पर्यावरणीय पहल | 14 Mar 2017
समाचारों में क्यों
भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में संयुक्त सहयोग को औपचारिक रूप प्रदान करते हुए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के साथ एक आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किया है। पर्यावरण सरंक्षण के प्रति अपनी सजगता दिखाते हुए भारतीय रेलवे और यूएनईपी के प्रतिनिधियों ने पर्यावरण एवं स्थायित्व के क्षेत्र में संयुक्त रूप से सहयोग की व्यवस्था के अवसर तलाशने तथा इसके विकास से जुड़े आशय पत्रों पर हस्ताक्षर किये तथा उनका आदान-प्रदान किया।
विशेष ध्यान दिये जाने वाले तीन प्रमुख क्षेत्र
इस साझेदारी के तहत विशेष ध्यान वाले तीन प्रमुख क्षेत्र ये हैं :-
1) अपशिष्ट प्रबंधन, जो समुदाय के लिये महत्त्वपूर्ण हैं।
2) जल की खपत में कमी, जो पर्यावरण से जुड़े मसलों के केन्द्र में हैं।
3) सतत सार्वजनिक खरीद। इसके तहत हरित माहौल सुनिश्चित करने की दिशा में आगे बढ़ने पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
रेल मंत्रालय और यूएनईपी के लक्ष्य
- रेलवे के प्रतिष्ठानों में पानी की खपत में 20 फीसदी की कमी को प्राप्त करने के लिये विशिष्ट रोडमैप तैयार करने हेतु सहयोग करना।
- भारतीय रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र स्थापित करने के लिये एक मसौदा कार्य योजना विकसित करने में सहयोग करना।
- हरित प्रौद्योगिकी हेतु टिकाऊ सार्वजनिक खरीद पर भारतीय रेलवे के लिये एक मसौदा कार्य योजना विकसित करने में सहयोग करना।
क्यों महत्त्वपूर्ण है यह प्रयास ?
- विदित हो कि हाल ही में प्रकाशित कई रिपोर्टों के अनुसार प्रत्येक वर्ष रेलवे स्टेशनों पर समुचित प्रबंधन के अभाव में हज़ारों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है, जल संकट की गंभीर होती स्थिति में रेलवे का इस बात को प्राथमिकता देना एक महत्त्वपूर्ण प्रयास है।
यूएनईपी क्या है?
- यह संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी है। इसकी स्थापना 1972 में मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोम में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के दौरान हुई थी। इस संगठन का उद्देश्य मानव पर्यावरण को प्रभावित करने वाले सभी मामलों में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना तथा पर्यावरण सम्बन्धी जानकारी का संग्रहण, मूल्यांकन एवं पारस्परिक सहयोग सुनिश्चित करना है। इसका मुख्यालय नैरोबी (केन्या) में है। यूएनईपी पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं के तकनीकी एवं सामान्य निदान हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है। यूएनईपी अन्य संयुक्त राष्ट्र निकायों के साथ सहयोग करते हुए सैकड़ों परियोजनाओं पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुका है।