विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
मार्स सोलर कंजंक्शन
- 28 Aug 2019
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने यह घोषणा की है कि आने वाले कुछ हफ्तों के लिये नासा के वैज्ञानिकों और मंगल (Mars) ग्रह पर मौजूद अंतरिक्ष यानों के बीच संपर्क रुक जाएगा।
प्रमुख बिंदु:
- नासा के अनुसार, संचार में होने वाली यह रूकावट मार्स सोलर कंजंक्शन (Mars Solar Conjunction) नामक घटना के कारण हो रही है।
- इस अंतरिक्ष घटना में पृथ्वी और मंगल सूर्य के विपरीत दिशा में होते हैं और सूर्य दोनों ग्रहों के बीच में आ जाता है।
- ज्ञातव्य है कि सूर्य अपने कोरोना (Corona) से गर्म आयनित गैस (Ionized Gas) अंतरिक्ष के वातावरण में निष्काषित करता है।
कोरोना (Corona):
- सूर्य के वर्णमंडल के बाह्य भाग को किरीट/कोरोना (Corona) कहते हैं।
- सूर्य का कोरोना बाहरी अंतरिक्ष में लाखों किलोमीटर तक फैला है और इसे सूर्य ग्रहण के दौरान आसानी से देखा जाता है।
- कोरोना मुख्यतः 2 प्रकार का होता है- F कोरोना तथा E कोरोना। F कोरोना धूल के कणों से बनता है वहीं E कोरोना प्लाज्मा में मौजूद आयनों द्वारा बनता है। अभी तक इस प्रकार की घटनाओं का विस्तृत अध्ययन नहीं किया जा सका है।
- मार्स सोलर कंजंक्शन के दौरान सूर्य द्वारा निष्काषित यह गैस अंतरिक्ष यानों के बीच संचार में बाधा उत्पन्न कर सकती है तथा वैज्ञानिकों द्वारा भेजे जाने वाले रेडियो संकेतों (Radio Signals) में हस्तक्षेप कर सकती है और यदि ऐसा होता है तो मंगल पर मौजूद यानों द्वारा भेजी जाने वाली सूचनाओं के स्वरूप में परिवर्तन आ सकता है जिसका अंतरिक्ष संबंधी शोधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। अतः इसी से बचने के प्रयास में इस घटना के दौरान मंगल और पृथ्वी के मध्य संचार को रोक दिया जाता है।
- मार्स सोलर कंजंक्शन प्रत्येक 2 वर्षों में एक बार होता है।
- अनुमानतः इस वर्ष यह घटना 28 अगस्त, 2019 से 7 सितंबर, 2019 के बीच घटित होगी।
क्या होगा घटना के दौरान?
- अंतरिक्ष यान में लगे कुछ उपकरण मुख्यतः कैमरा जो बड़ी मात्रा में डेटा उत्पन्न करता है, को निश्चित अवधि के लिये निष्क्रिय कर दिया जाएगा।
- साथ ही मंगल की सतह पर मौजूद शोध करने वाला रोबोट भी कार्य करना बंद कर देगा।
- यह कहा जा सकता है कि मार्स सोलर कंजंक्शन वर्तमान में मंगल ग्रह पर कार्यान्वित सभी परियोजनाओं को रोक देगा।