मंगल ग्रह पर संभावना | 26 Jun 2019
चर्चा में क्यों?
हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार, पृथ्वी से मानव शुक्राणुओं (Human Sperms) को मंगल ग्रह पर ले जाकर मानव बस्तियों की स्थापना को संभव बनाया जा सकता है।
प्रमुख बिंदु
- मंगल ग्रह के कम गुरुत्वाकर्षण (low Gravity) वाले वातावरण में जमे हुए शुक्राणुओं के नमूनों में पृथ्वी पर पाए जाने वाले शुक्राणु के समान विशेषताएँ पाई गई।
- अध्ययन के निष्कर्षों से पुरुष युग्मकों (Male Gametes) को अंतरिक्ष में सुरक्षित रूप से ले जाने और पृथ्वी के बाहर मानव शुक्राणु बैंक (Human Sperm Bank) बनाने की संभावनाओं में वृद्धि हुई है।
- अंतरिक्ष मिशनों और यानों की बढ़ती संख्या का अंतरिक्ष में मानव शरीर पर पड़ने वाले दीर्घकालिक प्रभावों का अध्ययन करना महत्वपूर्ण है और पृथ्वी के बाहर प्रजनन की संभावना पर भी विचार किया जाना चाहिए ।
- नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) के अनुसार, मंगल पर सबसे पहले कदम रखने वाला व्यक्ति, एक महिला भी हो सकती है। साथ ही इसने वर्ष 2033 तक मंगल ग्रह पर मानव कॉलोनी स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन
(National Aeronautics and Space Administration-NASA)
- नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) अमेरिका की एक स्वतंत्र एजेंसी है, जो नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम के साथ-साथ एयरोनॉटिक्स और एयरोस्पेस(Aeronautics and Aerospace) के क्षेत्र में अनुसंधान के कार्य करती है।
- इसे नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एक्ट, 1958 के तहत स्थापित किया गया था और इसका मुख्यालय वाशिंगटन डीसी, अमेरिका में स्थित है।