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महात्मा गांधी आईटी और बायोटेक्नोलॉजी पार्क

  • 05 Jul 2019
  • 2 min read

चर्चा में क्यों?

विकास क्षमताओं का निर्माण करने के लिये भारत की सहायता से कोट डी आइवर (आइवरी कोस्ट) (Cote d’Ivoire) में महात्मा गांधी आईटी और बायो-टेक्नोलॉजी पार्क (एक समर्पित मुक्त व्यापार क्षेत्र) का उद्घाटन किया गया है।

Cote d’Ivoire

महात्मा गांधी आईटी और बायोटेक्नोलॉजी पार्क (MGIT-BP)

  • MGIT-BP परियोजना की कुल लागत लगभग 20 मिलियन अमेरिकी डॉलर है और इसे भारत की सहायता से बनाया जा रहा है।
  • MGIT-BP परियोजना मुख्यतः दो भागों में विभाजित है, पहले भाग में FTZ बनाने के लिये उसके आर्किटेक्चर और डिज़ाइन को शामिल किया गया है, वहीं दूसरे भाग में आईटी उद्यमों के लिये मुख्य भवन निर्माण को शामिल किया गया है।
  • इस पार्क में कंप्यूटर असेंबली प्लांट सहित नेटवर्किंग लैब, मानव डीएनए लैब, डेटा स्टोरेज एरिया नेटवर्क, ऑडियो-विज़ुअल लैब और पावर जेनरेटर आदि भी शामिल हैं।

क्या होता है मुक्त-व्यापार क्षेत्र (FTZ) :

  • मुक्त-व्यापार क्षेत्र (FTZ) विशेष आर्थिक क्षेत्र का ही एक वर्ग है।
  • FTZ का अर्थ एक ऐसे भौगोलिक क्षेत्र से है जहाँ कुछ विशेष नियमों के तहत वस्तुओं/माल को लायाजाता है, संग्रहीत किया जाता है, निर्मित किया जाता है, पुनर्निर्मित किया जाता है और निर्यातित किया जाता है। सामान्यतः ये क्षेत्र किसी भी प्रकार के सीमा शुल्क से मुक्त होते हैं।
  • आमतौर पर मुक्त व्यापार क्षेत्र का निर्माण प्रमुख बंदरगाहों, अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों और राष्ट्रीय सीमाओं के आसपास ही किया जाता है, जिसके कई सारे भौगोलिक फायदे होते हैं।

स्रोत- बिज़नेस स्टैंडर्ड

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