महिला कर्मचारियों के साथ भेदभाव को लेकर गूगल पर मुकदमा | 18 Sep 2017
चर्चा में क्यों ?
अमेरिकी दिग्गज कंपनी गूगल के विरुद्ध वेतन और प्रोन्नति के मामले में महिला कर्मचारियों के साथ भेदभाव करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा कंपनी की तीन पूर्व महिला कर्मचारियों ने गुरुवार को सैन फ्रांसिस्को की अदालत में दायर करवाया है।
प्रमुख बिंदु
- मुकदमा दायर करने वाली महिला कर्मचारियों के वकील इस मुकदमा में अधिक-से-अधिक वर्तमान और पूर्व महिला कर्मचारियों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं ताकि कंपनी के खिलाफ लगे आरोपों को पुख्ता तरीके से पेश किया जा सके।
- गूगल कंपनी की प्रवक्ता ने महिला कर्मचारियों के साथ भेदभाव करने के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि कंपनी अपने सभी कर्मचारियों के लिये काम-काज का बेहतर माहौल तैयार करने लिये कड़ी मेहनत करती है। यहाँ सभी को कार्य करने और तरक्की के समान अवसर दिये जाते हैं।
- महिला कर्मचारियों के वकीलों का कहना है कि कंपनी ने कैलिफॉर्निया के समान वेतन कानून और राज्य मज़दूर कोड का उल्लंघन किया है।
- आरोप लगाने वाली महिला कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी जानबूझकर महिला कर्मचारियों के साथ काम करने और प्रोन्नति के दौरान दोयम दर्जे का व्यवहार करती है।
- मुकदमा करने वाली वाली महिलाओं में गूगल में काम कर चुकीं एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कम्यूनिकेशन्स विश्लेषक और एक मैनेजर हैं।
- अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प और ट्विटर इंक पर भी इस तरह का मुकदमा चल रहा है।
- गौरतलब है जून 2017 में भारत की आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इंफोसिस के एक पूर्व आव्रजन प्रमुख ने इंफोसिस कंपनी के विरुद्ध अमेरिका में मुकदमा दायर किया था जिसमें कंपनी पर गैर-दक्षिण एशिया क्षेत्र के कर्मचारियों से भेदभाव करने का आरोप लगाया था।