विक्टोरिया झील की जैव विविधता को खतरा | 01 May 2018
चर्चा में क्यों?
हाल ही में इंटरनेशनल यूनियन ऑफ प्रोटेक्शन ऑफ नेचर (IUCN) द्वारा ज़ारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय आजीविका के लिये महत्त्वपूर्ण कई प्रजातियों सहित, विक्टोरिया झील बेसिन की स्थानिक ताज़ा पानी की प्रजातियों की 76 प्रतिशत प्रजातियाँ विलुप्त हो गई हैं।
रिपोर्ट संबंधित प्रमुख बिंदु
- इस रिपोर्ट को विक्टोरिया झील में ताज़े पानी की जैव विविधता (Freshwater biodiversity in the Lake Victoria) के नाम से ज़ारी किया गया है।
- इस रिपोर्ट में पूर्वी अफ्रीका की झील विक्टोरिया बेसिन के स्थानिक मछलियों, मोलुस्क, ड्रैगनफ्लाई, केकड़ों, श्रिंप और जलीय पौधों सहित 651 ताज़े पानी की प्रजातियों के वैश्विक रूप से विलुप्त होने के जोखिम का आकलन किया गया है।
विक्टोरिया झील
- यह अफ्रीका की सबसे बड़ी झील है जो केन्या, तंजानिया और युगांडा में विस्तृत है, जबकि इसका प्रसार क्षेत्र बुरुंडी और रवांडा के कुछ हिस्सों तक विस्तृत है।
- इसे 'डार्विन के ड्रीमपोंड' के नाम से भी जाना जाता है।
- यह विश्व की मीठे पानी की दूसरी सबसे बड़ी झील (प्रथम स्थान पर सुपीरियर झील) है।
- इसके साथ ही यह क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व की तीसरी सबसे बड़ी झील है (प्रथम और द्वितीय स्थान पर क्रमशः कैस्पियन सागर और सुपीरियर झील हैं )।
- यह स्वेत नील नदी का उदगम स्रोत भी है।
- विषुवत रेखा इस झील से होकर गुजरती है, अतः विश्व की सबसे बड़ी उष्णकटिबंधीय झील भी है।
- विक्टोरिया झील अपने उच्च स्तर के अद्वितीय जैव विविधता के लिये जानी जाती है।
- विक्टोरिया झील का बेसिन मत्स्यपालन, जंगलों, आर्द्रभूमियों और रेंजलैंड सहित विशाल प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न है, जो स्थानीय समुदायों को भोजन और स्वच्छ पानी तथा उन्हें आजीविका प्रदान करने में मदद करते हैं।
- इसके साथ ही 20% स्थानिक प्रजातियों की पूर्ण विलुप्ति के विषय में भी कहा गया है।
- मूल्यांकन किये गए ताज़े पानी की प्रजातियों में से 204 स्थानिक प्रजातियाँ विक्टोरिया झील बेसिन से संबंधित हैं और इन स्थानिकों में से तीन-चौथाई (76%) के विलुप्त होने का खतरा है।
- इस रिपोर्ट में विक्टोरिया झील बेसिन में जैव विविधता की हानि का प्रमुख कारण प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, आक्रामक प्रजातियों और मशीनीकृत खेती को बताया गया है।
- IUCN की रिपोर्ट में बताया गया है कि लोकप्रिय मछली प्रजातियों, केकड़ों, मोलुस्क और श्रिंपों जो कि अधिकतर पूर्वी अफ्रीकी क्षेत्र में भोजन के मुख्य स्रोत हैं, इन्हें अत्यधिक शोषण, औद्योगिक प्रदूषण और जल के तापमान में वृद्धि तथा आक्रामक प्रजातियों जैसे कारणों से सबसे बड़ा खतरा है।
- रिपोर्ट में अत्यधिक मत्स्यन से अफ्रीकी लंगफिश (ईल जैसी मछली) की कमी की बात कही गई है।
- इसके साथ ही बताया गया है कि यहाँ मछली पकड़ने की खराब प्रथाओं और पर्यावरणीय गिरावट के कारण आर्द्रभूमियाँ कृषि भूमि में परिवर्तित हो गई हैं।
- IUCN की इस रिपोर्ट में उपायों का एक प्रस्ताव दिया गया है जिसमें पर्यावरणीय नीतियों में सुधार के तहत विक्टोरिया झील में प्रजातियों की विलुप्ति की कमी हेतु क्षेत्रीय सहयोग, जन जागरूकता और स्थानीय नवाचारों का उपयोग करना शामिल है।