लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

अंतर्राष्ट्रीय संबंध

पहली बार कोआला भालू के जीनोम का अनुक्रमण

  • 05 Jul 2018
  • 2 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में वैज्ञानिकों की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने कोआला भालू के पूरे जीनोम को सफलतापूर्वक अनुक्रमित किया है। 

प्रमुख बिंदु

  • शोधकर्त्ताओं ने कोआला भालू के जीनोम को अनुक्रमित करने के दौरान उसके दुग्ध में एक नोवेल प्रोटीन को पाया।
  • ये नोवेल प्रोटीन युवा कोआला भालू को पाउच/थैले में सुरक्षित रखते हैं और मज़बूत प्रतिरक्षा प्रणाली को विकसित करने में भी मदद करता हैं।
  • इस प्रोटीन में एंटीमाइक्रोबियल की भूमिका हो सकती है।
  • यह प्रोटीन कोआला भालूओं में क्लैमिडिया पेकोरम (Chlamydia pecorum) सहित, बैक्टीरिया तथा फंगल प्रजातियों की एक श्रृंखला के खिलाफ गतिविधि प्रदर्शित करता है।
  • क्लैमिडिया पेकोरम, कोआला भालूओं में ओकुलर(नेत्र-संबंधी) और प्रजनन रोग के कारण होने वाला एक विकार है।

कोआला भालू (Koala bear)

  • यह पूर्वी ऑस्ट्रेलिया के तटीय क्षेत्रों में वृक्षों पर निवास करने वाला धानी-प्राणी (marsupial)है।
  • ये प्रतिरक्षा प्रणाली के बिना ही गर्भावस्था के 34-36 दिनों के बाद जन्म लेते हैं और इसके बाद लगभग छह महीने पाउच/थैले में इनका विकास होता है।
  • इसे आईयूसीएन की रेड डेटा बुक के अंतर्गत सुभेद्य(Vulnerable)जाति  के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
  • निवास की हानि और आहार की कमी  के कारण इनकी जनसंख्या में तेज़ी से कमी आई है।
  • इनका मुख्य आहार यूकेलिप्टस की पत्तियाँ हैं।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2