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अभिघातजन्य तनाव को रोकने में मददगार साबित होगी कैटामाइन वैक्सीन

  • 10 Feb 2017
  • 4 min read

पृष्ठभूमि

हाल ही में हुए एक अध्ययन में दावा किया गया कि यदि किसी व्यक्ति को तनावग्रस्त होने से एक सप्ताह पूर्व कैटामाइन (Ketamine) की एक खुराक दे दी जाए तो यह अभिघात के बाद के तनाव विकार (post-traumatic stress disorder (PTSD) ) को रोक सकती है| 

  • विदित हो कि कैटामाइन एक ऐसी दवा है जिसका उपयोग सामान्यतः चेतना शून्य करने (anesthesia) अथवा तेज़ी से बढ़ने वाले अवसाद को कम करने के लिये किया जाता है|

महत्त्वपूर्ण बिंदु

  • चूहों पर किये गए इस अध्ययन से यह ज्ञात हुआ कि कैटामाइन द्वारा सैनिकों तथा मनोवैज्ञानिक आघात का अनुभव करने वाले दुसरे लोगों में पीटीएसडी के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है|
  • इस अध्ययन के नेतृत्वकर्ता क्रिस्टीन ए डैनी का कहना था कि चूँकि कैटामाइन एक शक्तिशाली दवा है, अतः हम पीटीएसडी के लक्षणों को रोकने अथवा इनमें कमी करने के लिये बड़े पैमाने पर इस दवा के उपयोग का समर्थन नहीं कर सकते हैं|
  • हालाँकि, चूहों पर किये गए अध्ययन के पश्चात् प्राप्त परिणामों के उपरांत यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि यदि कैटामाइन की एक खुराक को टीके के रूप में मनुष्यों को दिया जाए तो इससे उन लोगों को लाभ पहुँचेगा जो गंभीर तनाव से गुज़र रहे हैं, जैसे-सैन्यबल के सदस्यों अथवा युद्धग्रस्त क्षेत्रों मे कार्यरत राहतकर्मी इत्यादि|
  • हालाँकि, पीटीएसडी को रोकने व इसका उपचार करने के लिये कुछ प्रभावी चिकित्सा विधियाँ हैं| वस्तुतः पीटीएसडी एक ऐसा विकार है जो ऐसे एक-चौथाई व्यक्तियों में होता है जो मनोवैज्ञानिक आघात का सामना करते हैं|
  • पीटीएसडी के लक्षणों में- विगत समय में घटित विभिन्न घटनाओं का पुनः अनुभव होना, किसी काम को बार-बार दुहराना, मनोदशा में बदलाव, मनोवैज्ञानिक रूप से जड़वत हो जाना और विभिन्न  प्रकार के शारीरिक विकार के लक्षण जैसे सिरदर्द इत्यादि शामिल हैं|
  • इंसानों और जानवरों पर किये गए पूर्व के अध्ययनों में यह दर्शाया जा चुका है कि आघात से पूर्व कैटामाइन को देने से यह तनाव से संबंधित लक्षणों को कम करने में सहायता करता है|
  • परीक्षण के बाद देखा गया कि जिन चूहों को एक सप्ताह पहले दवा दी गई थी, केवल उन्ही में इसका पूरा असर देखा गया | हालाँकि, इस अध्ययन में इस बात का पता नहीं चल सका कि दवा दिये जाने के एक सप्ताह और एक घंटे के मध्य के समय में दवा देने के बाद इलेक्ट्रिक देने पर क्या प्रभाव होता है?
  • शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि तनाव के तुरंत बाद कैटामाइन देने से जानवरों के भय की प्रतिक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा|
  • हालाँकि, दूसरे आघात के एक घंटे बाद कैटामाइन दिये जाने से होने वाले भय में कमी आई| इस प्रकार, यह सुझाव मिला कि प्रारंभिक आघात के पश्चात् भी दवा के प्रभावी होने की संभावना बनी रह सकती है|
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