कालिया योजना | 16 Jan 2019
चर्चा में क्यों?
हाल ही में ओडिशा सरकार ने छोटे किसानों एवं भूमिहीन खेतिहर मज़दूरों हेतु एक सहायता योजना, ‘कालिया’ (Krushak Assistance for Livelihood and Income Augmentation-KALIA) की शुरुआत की है।
प्रमुख बिंदु
- कालिया योजना के तहत राज्य में गरीबी को कम करने और कृषि क्षेत्र में तेज़ी लाने हेतु तीन वर्षों के दौरान लगभग 10,180 करोड़ रूपए खर्च किये जाएंगे।
- इस योजना के विभिन्न घटकों के तहत छोटे किसान और भूमिहीन खेतिहर मज़दूर लाभ ले सकेंगे।
- इस योजना को कृषि ऋण माफी के एक व्यवहार्य विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
योजना के तहत प्रावधान
- खेती करने वालों के लिये: खेती के लिये सहायता के रूप में प्रति किसान परिवार 10,000 रुपए प्रदान किये जाएंगे। 2018-19 और 2021-22 के बीच पाँच फसली सत्रों के लिये खरीफ और रबी के मौसम में प्रत्येक परिवार को 5,000 रुपए अलग से मिलेंगे। 50,000 रुपए तक के फसल ऋण ब्याज मुक्त होते हैं।
- भूमिहीन कृषि परिवारों के लिये: प्रत्येक भूमिहीन खेतिहर परिवार को कृषि सहायक गतिविधियों जैसे कि बकरी पालन की छोटी इकाई, मछुआरों के लिये मत्स्य किट, मशरूम की खेती और मधुमक्खी पालन आदि के लिये 12500 रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- बुज़ुर्गों के लिये: बुज़ुर्ग, बीमार और अन्य ऐसे लोग जो खेती करने में असमर्थ हैं, उन्हें प्रति वर्ष प्रति परिवार 10,000 रुपए प्रदान किये जाएंगे।
- खेती करने वालों और भूमिहीन कृषि परिवारों के लिये बीमा: कालिया योजना के तहत 2 लाख रुपए का जीवन बीमा कवर और 57 लाख परिवारों के लिये 2 लाख रूपए का अतिरिक्त व्यक्तिगत दुर्घटना कवरेज भी शामिल है।