अंतर्राष्ट्रीय संबंध
ईरान से तेल आयात में छूट होगी खत्म
- 24 Apr 2019
- 3 min read
चर्चा में क्यों?
हाल ही में अमेरिका ने ईरान से तेल आयात संबंधी प्रतिबंधों में छूट, सिग्निफिकेंट रिडक्शन एक्सेप्शंस (Significant Reduction Exceptions- SREs) को रोकने का फैसला किया है।
प्रमुख बिंदु
- अमेरिका ने पिछले वर्ष नवंबर में भारत और सात अन्य देशों को 180 दिनों की अवधि के लिये ईरान से तेल आयात में छूट दी थी जो 2 मई को समाप्त होने वाली है।
- भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और तुर्की इस फैसले से सबसे ज़्यादा प्रभावित होंगे।
- तीन अन्य देशों- इटली, ग्रीस और ताइवान (वर्तमान में छूट पाने वाले देश) ने पहले ही अपने आयात को शून्य कर दिया है।
प्रतिबंध का प्रभाव
- ईरान पर: ईरान के राजस्व का मुख्य स्रोत तेल निर्यात है जो प्रतिबंध की वज़ह से संकट के घेरे में आ जाएगा।
- वैश्विक तेल आपूर्ति पर: वर्ष 2018 में वैश्विक तेल उत्पादन में ईरान का हिस्सा 4% था। ईरान पर प्रतिबंधों के पश्चात् वैश्विक तेल आपूर्ति श्रृंखलाओं पर असर पड़ने की संभावना है।
- आपूर्ति में व्यवधान की वज़ह से तेल की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है।
- हालाँकि, दुनिया के तीन सबसे बड़े ऊर्जा उत्पादकों, अमेरिका, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने कहा है कि वे वैश्विक तेल बाजार में पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे।
- अमेरिका ने कहा है कि वह तेल प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वाली किसी भी संस्था या कंपनी पर वित्तीय अंकुश लगाएगा, जिसमें कंपनियों द्वारा स्विफ्ट बैंकिंग इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन सिस्टम के उपयोग पर प्रतिबंध, उन कंपनियों की किसी भी अमेरिकी संपत्ति की ज़ब्ती और डॉलर में लेन-देन जैसे प्रतिबंध शामिल हैं।
भारत पर प्रभाव
- रिफाइनरियों के लिये तेल की आपूर्ति: अमेरिका के इस निर्णय से भारत पर काफी प्रभाव पड़ने की संभावना है। अमेरिका ने हाल ही में भारत के एक अन्य शीर्ष आपूर्तिकर्त्ता, वेनेज़ुएला पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। इन परिस्थितियों में अमेरिका का हालिया निर्णय भारत के लिये मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
- रुपया और मुद्रास्फीति: आयात बिल में वृद्धि से रुपए पर दबाव पड़ेगा। कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से महँगाई बढ़ेगी।
भारत की प्रतिक्रिया
- पिछले साल नवंबर में ईरान पर प्रतिबंधों के प्रभावी होने के बाद भारतीय तेल कंपनियों ने ईरान से तेल आयात को लगभग आधा कर दिया है।
- भारत के पेट्रोलियम मंत्री ने कहा है कि भारत ईरान के अलावा अन्य प्रमुख तेल उत्पादक देशों से भी आयात करेगा।