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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

ईरान की नई मुद्रा

  • 08 May 2020
  • 3 min read

प्रीलिम्स के लिये:  

तोमान,रियाल  

मेन्स के लिये: 

ईरान परमाणु कार्यक्रम 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में ईरान संसद द्वारा एक विधेयक पारित किया गया है, जिसके अनुसार ईरानी मुद्रा रियाल (Rial) में चार स्लैब अर्थात चार शून्य तक की कटौती की जाएगी। 

प्रमुख बिंदु : 

  • ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते ईरानी मुद्रा रियाल के मूल्य में बड़ी गिरावट आई है।  
  • रियाल में गिरावट के कारण मुद्रास्फीति की स्थिति अर्थात महँगाई की स्थिति ईरान में बनी हुई है।
  • पारित विधेयक के अनुसार, ईरान की वर्तमान मुद्रा रियाल को बदलकर तोमान (Toman) किया जाएगा। 
  • पारित विधेयक के अनुसार, एक तोमान की कीमत 10,000 रियाल के बराबर की गई है। 
  • हालाँकि इस विधेयक को मंज़ूरी मिलने से पहले इसे ईरान के शीर्ष आध्यात्मिक नेता की नियुक्ति करने वाली लिपिक निकाय (Clerical Body) के अनुमोदन की आवश्यकता है। 

Irani-currency

पृष्ठभूमि:

  • ईरानी मुद्रा से चार शून्य हटाने की बात वर्ष 2008 से चल रही थी। 
  • वर्ष 2018 में इस दिशा में प्रयास ओर तब तीव्र हो गए जब अमेरिका द्वारा ईरान को वर्ष 2015 में किये गए ‘परमाणु समझौते’ (Nuclear Deal) से बाहर निकालने का निर्णय लिया गया। 
  • इसके बाद अमेरिका द्वारा ईरान पर बड़े पैमाने पर प्रतिबंध आरोपित किये गए। 
  • इन प्रतिबंधों के चलते डॉलर के मुकाबले ईरानी मुद्रा रियाल में 60% की गिरावट देखी गई। 
  • ईरान की कमज़ोर मुद्रा तथा बढ़ती महँगाई के कारण वर्ष 2017 में लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर हिंसक प्रदर्शन भी किये गए। 

ईरानी परमाणु कार्यक्रम:

  • जुलाई 2015 में ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद’ (United Nations Security Counci) के सदस्य देश - अमेरिका, रूस, चीन, फ्राँस और ब्रिटेन तथा जर्मनी और European Union (EU) ने ईरान के साथ एक परमाणु समझौता किया।
  • इसमें सुरक्षा परिषद् के पाँच स्थायी सदस्य तथा जर्मनी को सम्मिलित रूप से FIVE+ONE COUNTRY कहा जाता है।

स्रोत: द हिंदू

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