भारतीय अर्थव्यवस्था
इन्वेस्ट इंडिया और बिज़नेस फ्राँस निवेश वृद्धि हेतु सहमत
- 26 Jul 2018
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चर्चा में क्यों?
इन्वेस्ट इंडिया और बिज़नेस फ्राँस ने भारत एवं फ्राँस के स्टार्ट अप्स के बीच सहयोग बढ़ाने तथा निवेश में सहूलियत के लिये एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं।
प्रमुख बिंदु:
- इसका मुख्य उद्देश्य उद्यमों को व्यावहारिक निवेश सूचनाएँ सुलभ कराते हुए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को सुविधाजनक बनाना और दोनों देशों के आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करने वाले अवसरों पर अपना ध्यान केंद्रित करने वाली कंपनियों को आवश्यक सहयोग प्रदान करना है।
- सहमति पत्र (एमओयू) के माध्यम से फ्राँस के उद्यमियों और भारत के निजी क्षेत्र के बीच अवसरों की पहचान करने और संस्थागत ज्ञान को मज़बूत करने संबंधी अनुभवों के आदान-प्रदान तथा संयुक्त गतिविधियों के जरिए व्यवसाय और स्टार्ट अप्स परितंत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिये इन्वेस्ट इंडिया और बिज़नेस फ्राँस आपस में गठबंधन करेंगे।
- उल्लेखनीय है कि इन्वेस्ट इंडिया भारत सरकार की आधिकारिक निवेश संवर्द्धन एवं सुविधा प्रदाता एजेंसी है, जिसे देश में निवेश को सुविधाजनक बनाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। यह देश में संभावित वैश्विक निवेशकों के लिये सबसे पहला केंद्र है।
- बिज़नेस फ्राँस आर्थिक मामलों एवं वित्त मंत्री और विदेश एवं अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री के पर्यवेक्षण में फ्राँस सरकार की एक कार्यकारी एजेंसी है। यह 80 व्यापार आयोगों के एक विश्वव्यापी नेटवर्क के ज़रिये फ्राँस की कम्पनियों और प्रोफेशनलों के लिये अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय के विकास को बढ़ावा देती है।