इंडोनेशियाई द्वीप लोम्बोक घातक भूकंप से 10 इंच ऊपर उठा | 18 Aug 2018
चर्चा में क्यों?
इंडोनेशिया में आए भयंकर भूकंप ने न सिर्फ 300 से अधिक लोगों की जान ले ली, बल्कि इसने लोम्बोक द्वीप की भौगोलिक स्थिति को भी बदलकर रख दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस भयंकर भूकंप की वज़ह से यह इंडोनेशियाई द्वीप 25 सेंटीमीटर यानी 10 इंच ऊपर उठ गया है।
प्रमुख बिंदु
- पाँच अगस्त के भूकंप के बाद लोम्बोक (बाली के पूर्व में द्वीप) की उपग्रह से ली गई तस्वीरों का उपयोग करते हुए नासा के वैज्ञानिकों और कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के 'ज्वाइंट रेपिड इमेजिंग प्रोजेक्ट' ने द्वीप की सतह में बदलावों को मापा है।
- भूकंप के केंद्र से नज़दीक उत्तर पश्चिम में ज़मीन का एक चौथाई हिस्सा उठा हुआ पाया गया, जबकि अन्य स्थानों पर 5-10 सेंटीमीटर (2-6 इंच) धँसा हुआ हिस्सा दिखा।
- गौरतलब है कि इंडोनेशिया के लोम्बोक द्वीप पर आए भूकंप में 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि 68,000 से अधिक घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं।
- नासा ने कहा कि उपग्रह के अवलोकन से अधिकारियों को भूकंप और अन्य प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं का जवाब देने में मदद मिल सकती है।
- पड़ोसी बाली की तुलना में अधिक लोकप्रिय और कम विकसित पर्यटन स्थल लोम्बोक में एक सप्ताह के भीतर तीन तीब्र भूकंप के झटके महसूस किये गए और यह द्वीप 500 से अधिक पश्चातवर्ती आघात सहन कर चुका है।
इंडोनेशिया में भूकंप का कारण
- इंडोनेशिया में भूकंप का ज़्यादा ख़तरा रहता है क्योंकि यह देश 'रिंग ऑफ़ फ़ायर' यानी लगातार भूकंप और ज्वालामुखीय विस्फोटों की रेखा पर स्थित है| यह रेखा प्रशांत महासागर के लगभग पूरे हिस्से को घेरती है| इनके कारण धरती की परतों में हलचल होती है|
- दुनिया के आधे से ज़्यादा सक्रिय ज्वालामुखी इसी रिंग ऑफ़ फ़ायर का हिस्सा हैं|
- वर्ष 2016 में सुमात्रा द्वीप के उत्तर-पूर्वी तट पर भी एक भूकंप आया था जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.5 मापी गई थी| इसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी और 40,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए थे|
- 2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा तट पर 9.4 रिक्टर स्केल वाले भूकंप के कारण आई सूनामी की वजह से भारत सहित विभिन्न देशों में 2,20,000 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अकेले इंडोनेशिया में 1,68,000 लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी थी।
इंडोनेशिया का लोम्बोक द्वीप
- लोम्बोक पश्चिम नुसा तंगारा प्रांत, इंडोनेशिया में स्थित एक द्वीप है| यह लेसर सुंद द्वीपों की श्रृंखला का एक हिस्सा है जो लोम्बोक स्ट्रेट के साथ इसे बाली से पश्चिम तक अलग करता है और इसके बीच में अलास स्ट्रेट और पूर्व में सुम्बावा स्थित है।
- यह "टेल" (सेकोटोंग प्रायद्वीप) के साथ दक्षिण-पश्चिम में लगभग 70 किलोमीटर (43 मील) और लगभग 4,514 वर्ग किलोमीटर (1,743 वर्ग मील) के कुल क्षेत्रफल के साथ लगभग गोलाकार है।
- द्वीप पर प्रांतीय राजधानी और सबसे बड़ा शहर मातरम (mataram) है। लोम्बोक स्थानीय रूप से गिली (gili) नामक कई छोटे द्वीपों से घिरा हुआ है।
- पर्यटन, लोम्बोक की आय का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत है। इसके पर्यटन स्थलों में माउंट रंजानी, गिली बिदर, गिली लॉआंग, नर्मदा पार्क तथा मयूर पार्क और कुता (बाली, कुता से अलग) आदि शामिल हैं।