संयुक्त अरब अमीरात द्वारा ‘असाधारण प्रतिभा’ हेतु वीज़ा कार्यक्रम की शुरुआत | 28 May 2018
चर्चा में क्यों ?
प्रतिभा और निवेश को आकर्षित करने के लिये एक महत्त्वपूर्ण कदम के रूप में संयुक्त अरब अमीरात ने कई बड़े परिवर्तनों की घोषणा की है, जिनमें मेडिकल, विज्ञान, अनुसंधान और तकनीकी क्षेत्रों में काम करने वाले विशेषज्ञों के लिये 10 साल के वीजा की घोषणा भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- संयुक्त अरब अमीरात अब विदेशी कंपनियों को अपने कारोबार का 100 प्रतिशत स्वामित्व रखने की अनुमति देगा तथा छात्रों को 5 साल का वीज़ा प्रदान किया जाएगा। ‘असाधारण’ (Exceptional) स्नातक अब 10 साल तक यूएई में रुक सकेंगे। अभी, छात्रों को हर साल अपने वीज़ा के नवीकरण हेतु आवेदन करना पड़ता है।
- ऐसे समय में, जब अमेरिका जैसे बड़े विकसित देश वीजा और आप्रवासन नीति को दुरूह बनाते जा रहे रहे हैं, तब ये सयुंक्त अरब अमीरात के लिये दूरगामी परिणाम देने वाले बड़े परिवर्तन साबित हो सकते है।
- यदि इन नीतियों को लागू किया जाता है, तो इनसे भारतीय और भारतीय व्यवसाय प्रमुख लाभार्थी होंगे।
- 2.8 मिलियन लोगों के साथ, भारतीय संयुक्त अरब अमीरात में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय हैं।
- पेशेवर रूप से योग्य कर्मी भारतीय समुदाय के कम से कम 15 से 20 प्रतिशत का प्रतिनिधित्त्व करते हैं। इसके बाद व्हाइट कॉलर गैर-पेशेवर प्रवासी आते हैं, जो संपूर्ण समुदाय का 20 प्रतिशत हैं। शेष 65 प्रतिशत में ब्लू कॉलर श्रमिक शामिल हैं।
- नए नियमों के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात मेडिकल, विज्ञान, अनुसंधान और तकनीकी क्षेत्रों में काम कर रहे विशेषज्ञों के परिवारों के लिये भी 10 साल तक वीजा भी ऑफर करेगा। इस कदम से कई भारतीय डॉक्टर और इंजीनियर लाभार्थी बन पाएंगे।
- नए नियमों के अनुसार, विदेशी निवेशकों को व्यवसाय स्थापित करने या वहाँ अपना पैसा लगाने की स्थिति में 10 साल तक वीज़ा प्राप्त हो सकेगा।
- अब संयुक्त अरब अमीरात में विदेशी कंपनियाँ अपने कारोबार का 100 प्रतिशत स्वामित्व अपने पास रख सकेंगी। वर्तमान में मुक्त व्यापार जोन में स्थित विदेशी कंपनियों को छोड़कर अन्य सभी को एक अमीराती पार्टनर को 51 प्रतिशत हिस्सेदारी प्रदान करनी आवश्यक थी।
- इससे कई भारतीय व्यवसायों और उद्यमियों को लाभ पहुँचने की उम्मीद है, जो वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। अधिकांश दुकानें और रेस्तराँ मुक्त व्यापार क्षेत्र के बाहर स्थित हैं और संयुक्त अरब अमीरात में संचालन के लिये स्थानीय भागीदार की आवश्यकता होती है।
- यूएई का कहना है कि वह स्वयं को यथासंभव प्रतिस्पर्धी बनाना चाहता है, क्योंकि वह खुद को तेल- आधारित अर्थव्यवस्था से ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में परिवर्तित करना चाहता है।
- यह कदम तेजी से परिवर्तित होती तेल की कीमतों से प्रेरित है, जिसने संयुक्त अरब अमीरात की अर्थव्यवस्था को काफी प्रभावित किया है।
- हालाँकि इस कदम का बड़े स्तर पर स्वागत किया गया है, लेकिन इसके विनिर्देशों का बारीकी से विश्लेषण करना अभी बाकी है।
- भारतीय राजनयिकों का कहना है कि पेशेवरों को प्रदान किया जाने वाला 10 वर्षीय वीज़ा, रोजगार वीज़ा होगा या निवास वीज़ा, यह स्पष्ट होना अभी बाकी है।
- अभी, अधिकांश पेशेवरों का वीजा उनके वर्तमान नियोक्ता से जुड़ा हुआ है और उनके पास परिवर्तनशीलता की शक्ति नहीं है। लेकिन, यदि परिवर्तनों के फलस्वरूप आवासीय वीज़ा प्रदान किया जाता है, तो पेशेवरों के पास नौकरी के संबंध में गतिशीलता होगी और वे किसी विशेष नियोक्ता से जुड़े रहने के लिये बाध्य नहीं होंगे।