भारतीय पवन टरबाइन प्रमाणीकरण योजना (Indian Wind Turbine Certification Scheme-IWTCS) | 14 Nov 2018
चर्चा में क्यों?
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान, चेन्नई के परामर्श से भारतीय पवन टरबाइन प्रमाणीकरण योजना (IWTCS) नाम की नई योजना का प्रारूप तैयार किया है।
प्रमुख बिंदु
- इस प्रारूप में टरबाइन प्रमाणीकरण योजना के विभिन्न दिशा-निर्देशों को शामिल किया गया है।
- IWTCS प्रासंगिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों (IS/IEC/IEEE), केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा जारी तकनीकी विनियमों तथा आवश्यकताओं, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय दिशा-निर्देशों का संकलन है।
- प्रारूप में पवन ऊर्जा परियोजनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये अन्य देशों के विशिष्ट श्रेष्ठ व्यवहारों को शामिल करने का प्रयास किया गया है।
- प्रारूप योजना में अवधारणा से लेकर पवन टरबाइन के जीवन से जुडे सभी हितधारकों के लाभ के लिये दिशा-निर्देश हैं। इनमें भारतीय किस्म का स्वीकृत मॉडल (Indian Type Approved Model- ITAM), भारतीय प्रकार की प्रमाणीकरण योजना (Indian Type Certification Scheme- ITCS), पवन कृषि परियोजना प्रमाणीकरण योजना (Wind Farm Project Certification Scheme- WFPCS) तथा पवन टरबाइन सुरक्षा और कार्य प्रदर्शन प्रमाणीकरण योजना (Wind Turbine Safety & Performance Certification Scheme-WTSPCS) शामिल हैं।
- IWTCS योजना निम्नलिखित हितधारकों की सहायता के लिये बनाई गई है
- मूल उपकरण निर्माता (Original Equipment Manufacturers -OEMs)
- एंड यूजर-यूटिलिटी, एसएनए, डेवलपर्स, आईपीपी, मालिक, प्राधिकारी, निवेशक तथा बीमाकर्त्ता
- प्रमाणीकरण संस्थान
- जाँच प्रयोगशालाएँ
पृष्ठभूमि
- पवन ऊर्जा पिछले कई दशकों से भारत में नवीकरणीय विद्युत उत्पादन का मुख्य स्रोत हो गई है।
- पवन ऊर्जा क्षेत्र के विकास में विभिन्न कार्य और सुरक्षा मानकों के साथ तरह-तरह के पवन टरबाइन देखने को मिले हैं। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने विभिन्न नीतियों और योजनाओं के माध्यम से पवन ऊर्जा क्षेत्र के विकास में सहायता दी है।
- मंत्रालय द्वारा भारत में प्रमाणीकरण योजनाओं की मान्यता के लिये जारी दिशा-निर्देश भारत में स्थापित गुणवत्ता संपन्न पवन टरबाइन की सफलता के लिये आवश्यक था।
- मान्यता प्राप्त योजनाओं की सफलता से पवन टरबाइन को मॉडलों तथा निर्माताओं की संशोधित सूची में स्थान मिला है।
निष्कर्ष
- पवन ऊर्जा परियोजनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये एक ऐसे विस्तृत दस्तावेज की जरूरत है, जिसमें हितधारकों यानी OEM, स्वतंत्र बिजली उत्पादकों, पवन कृषि डेवलपरों, वित्तीय संस्थानों आदि द्वारा सुरक्षित और विश्वसनीय संचालन के लिये पवन टरबाइन द्वारा संकलित संपूर्ण तकनीकी आवश्यकताओं का प्रावधान हो।