अंतर्राष्ट्रीय संबंध
भारतीय राष्ट्रपति की तीन यूरोपीय देशों की यात्रा
- 11 Sep 2018
- 5 min read
चर्चा में क्यों?
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 2 से 9 सितंबर 2018 तक तीन यूरोपीय देशों, क्रमशः साइप्रस, बुल्गारिया और चेक गणराज्य की राजकीय यात्रा पर रहे और इस दौरान राष्ट्रपति द्वारा इन देशों के साथ कई महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये गए।
साइप्रस की यात्रा
- इस यात्रा के दौरान भारतीय राष्ट्रपति ने साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस एन एनास्टासिएड्स के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की, इसमें द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने का मुद्दा भी शामिल है।
- भारतीय राष्ट्रपति ने कहा कि हम भारत की वित्तीय सूचना इकाई और साइप्रस में मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिये बनाई गई यूनिट के बीच हुए समझौते का स्वागत करते हैं।
- उन्होंने यह भी कहा कि भारत और साइप्रस के बीच हुए एंटी मनी लॉन्ड्रिंग समझौते से दोनों देशों के बीच निवेश के क्षेत्र में मदद मिलेगी।
- यह समझौता निवेश पार-प्रवाह को सुविधाजनक बनाने के लिये संस्थागत ढाँचे को और मज़बूत बनाने में मदद करेगा। दोनों देश दोहरे कराधान से बचने के लिये वर्ष 2016 में हुए समझौते में संशोधन करने पर भी सहमत हुए।
- इसके अलावा, दोनों देशों के प्रमुखों ने पारस्परिक हित से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें आईटी और आईटी-सक्षम सेवाओं, पर्यटन, नौवहन तथा नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापार सहयोग को बढ़ावा देना शामिल है।
- दोनों देशों ने मौजूदा द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों की समीक्षा के साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।
- उल्लेखनीय है कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने भविष्य में उत्त्पन्न होने वाली चुनौतियों पर बातचीत करने के लिये सामान्य उद्देश्यों को रेखांकित किया।
बुल्गारिया की यात्रा
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके बुल्गारियाई समकक्ष रूमेन रादेव ने असैन्य परमाणु सहयोग सहित चार विषयों से जुड़े समझौतों पर दस्तखत किये।
- इन समझौतों में प्रमुख रूप से भारत और बुल्गारिया के बीच आपस में निवेश, पर्यटन सहयोग, असैनिक परमाणु अनुसंधान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक साथ काम करना तथा हिंदी के अध्ययन हेतु आईसीसीआर तथा सोफिया विश्वविद्यालय के बीच मज़बूत भागीदारी को बढ़ाना है।
- उल्लेखनीय है कि बुल्गारिया उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का सदस्य देश है।
- दोनों देशों के समकक्षों ने संयुक्त रूप से साउथ पार्क, सोफिया में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया।
- भारतीय राष्ट्रपति ने सोफिया विश्वविद्यालय के छात्रों को "परिवर्तन के एक उपकरण के रूप में शिक्षा और साझा समृद्धि" विषय वस्तु पर संबोधित किया।
चेक गणराज्य की यात्रा
- बुल्गारिया यात्रा की समाप्ति के बाद राष्ट्रपति चेक गणराज्य के लिये रवाना हुए।
- चेक गणराज्य में उन्होंने भारतीय व्यापारी प्रनितिधिमंडल के साथ मुलाकात की।
- यहाँ भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध हज़ारों साल पुराने हैं और दोनों देशों के लोगों के बीच वह गर्मज़ोशी आज भी बरकरार है।
- उन्होंने कहा कि चेक गणराज्य आधुनिक प्रौद्योगिकी युक्त मज़बूत विनिर्माण आधार वाला देश है। ‘‘यह हमारे मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और दूसरे राष्ट्रीय कार्यक्रमों में महत्त्वपूर्ण भागीदार बन सकता है।
- उन्होंने वहाँ रह रहे भारतीयों को अपने देश का सांकृतिक दूत बताया।
- नोट: यह भारतीय राष्ट्रपति की उनके कार्यकाल के दूसरे वर्ष में पहली आधिकारिक यात्रा है।