नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


भारत-विश्व

चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग हेतु भारत-अमेरिका समझौता

  • 18 Jul 2019
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जीवन के लिये अति महत्त्वपूर्ण औषधियों और 3D बायोप्रिंटिंग, नई प्रौद्योगिकि‍यों, वैज्ञानिक विचारों/सूचनाओं एवं प्रौद्योगिकि‍यों के आदान-प्रदान तथा वैज्ञानिक अवसंरचना के संयुक्‍त उपयोग के क्षेत्रों में भारत-अमेरीका के बीच अंतर-संस्‍थागत समझौते को मंज़ूरी दे दी है।

लाभ

  • इस समझौते के अंतर्गत वैज्ञानिकों एवं प्रौद्योगिकीविदों को संयुक्‍त अनुसंधान परियोजनाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, सम्‍मेलनों, सेमिनारों आदि में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। साथ ही वैज्ञानिक योग्‍यता तथा उत्‍कृष्‍टता के आधार पर उन्‍हें आवश्यक सहयोग भी उपलब्ध कराया जाएगा।
  • जीवन के लिये अति महत्त्वपूर्ण औषधियों और 3D बायोप्रिटिंग के क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी विकास में नई बौद्धिक संपदा, कार्यविधि, प्रोटोटाइप अथवा उत्‍पादों को विकसित किया जा सकेगा।
  • इस समझौते के अंतर्गत किये गये सामान्‍य शै‍क्षणिक आदान-प्रदान से कुछ विशेष परियोजनाओं का विस्‍तार होगा, जिनमें से प्रत्‍येक के शैक्षणिक, क्‍लीनिकल और व्‍यावसायिक प्रभाव भी हो सकते है।

प्रमुख विशेषताएँ

  • इस समझौते का उद्देश्‍य शैक्षणिक सहयोग के ज़रिये दोनों संस्‍थानों के अनुसंधान और शिक्षा के विस्‍तार में योगदान करना है।
  • साझा हित के सामान्‍य क्षेत्र जहाँ सहयोग और ज्ञान का आदान-प्रदान किया जा सकता है, उनमें शामिल हैं:
    • प्रशिक्षण, अध्‍ययन एवं अनुसंधान खासतौर से 3D बायोप्रिटिंग के क्षेत्रों के लिये विभाग/निकाय के सदस्‍यों और छात्रों का आदान-प्रदान।
    • संयुक्‍त अनुसंधान परियोजनाओं का निष्‍पादन।
    • सूचना एवं शै‍क्षणिक प्रकाशनों का आदान-प्रदान।

दोनों देशों के बीच मज़बूत एवं दीर्घकालिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आपसी लाभ को महत्त्व दिया जाना चाहिये। इसी संदर्भ में दिसंबर 2018 में भारत सरकार के विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत राष्‍ट्रीय महत्त्व के संस्‍थान श्री चित्र तिरूनल इंस्‍टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेस एंड टेक्‍नोलॉजी, तिरूवनंतपुरम और अमेरिका स्थित उत्‍तरी कैरोलिना के इंस्‍टीट्यूट फॉर रिजनरेटिव मेडिसिन की ओर से वेक फोरेस्‍ट यूनिवर्सिटी हैल्‍थ साइंसेस (Wake Forest University Health Sciences on behalf of its Institute for Regenerative Medicine-WFIRM) के बीच शैक्षणिक सहयोग हेतु एक समझौता किया गया।

स्रोत: पी.आई.बी.

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow