अंतर्राष्ट्रीय संबंध
भारत, अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों में सुधार की संभावना
- 06 Jul 2018
- 3 min read
चर्चा में क्यों?
भारत और अमेरिका के बीच कई व्यापारिक संबंधों पर चल रही बातचीत सुचारु रूप से आगे बढ़ रही है और जुलाई के मध्य में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के अमेरिका यात्रा के दौरान एक सौदा किये जाने की भी उम्मीद है।
प्रमुख बिंदु
- इस सौदे के अंतर्गत हार्ले-डेविडसन मोटरसाइकिलों पर शून्य कर निर्धारित किये जाने की संभावना है।
- वर्तमान में भारत उच्च क्षमता श्रेणी के असेम्बल मोटरसाइकिलों का ही सीमित मात्रा में ही आयात करता है, जो उच्चतम करों को आकर्षित करते हैं।
- हाल ही में मार्क लिन्सकॉट (सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधिमंडल) के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल नई दिल्ली में उपस्थित रहा।
- साथ ही इस महीने के अंत तक वाणिज्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव संतोष सारंगी के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन जाएगा।
- इस प्रकार भारत-अमेरिका के बीच प्रतिनिधिमंडलों की आवाजाही से कई विवादित मुद्दों को सुलझाने में मदद मिलेगी।
- पैकेज सौदे के हिस्से के रूप में अमेरिका द्वारा भारत के लिये प्राथमिकताओं की सामान्यीकृत प्रणाली (जीएसपी) को बनाए रखने की संभावना है, जो कई निर्यातकों को भारत और अमेरिका के विशिष्ट निर्यात पर कम टैरिफ की सुविधा की अनुमति देता है।
- अमेरिका से आयातित चिकित्सा उपकरणों पर लगाए गए कर प्रतिबंधों को बदलने के लिये अमेरिकी मार्जिन तर्कसंगतता, अमेरिकी विनिर्माणकर्त्ताओं द्वारा एक और स्वीकार्य वैश्विक नियमों की मांग की जा रही है।
- हालाँकि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधिमंडल (यूएसटीआर) ने चिकित्सा उपकरणों के अमेरिकी निर्माताओं की शिकायतों के जवाब में भारत के लिये आंशिक रूप से जीएसपी को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू की है।
- इसके साथ ही लंबित व्यापारिक मुद्दों के बावजूद दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली 2+2 वार्ता को द्विपक्षीय संबंधों हेतु एक नई ऊर्जा के संचार के रूप में देखा जा सकता है।
विवादित मुद्दे
- अमेरिका ने 1962 के अमेरिकी व्यापार विस्तार अधिनियम की धारा 232 (बी) के तहत भारत से आयातित इस्पात और एल्युमीनियम पर 25% कर आरोपित किया था और भारत ने इस मुद्दे को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में उठाया था।
- दूसरी ओर, अमेरिका अपने निर्यात सब्सिडी कार्यक्रमों के लिये डब्ल्यूटीओ में भारत को चुनौती दे रहा है।