भारत होगा कोकिंग कोल का सबसे बड़ा आयातक | 31 Aug 2019
चर्चा में क्यों?
फिच सॉल्यूशंस मैक्रो रिसर्च (Fitch Solutions Macro Research) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत वर्ष 2025 तक कोकिंग कोल (coking coal) का सबसे बड़ा आयातक देश बन जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2019 से 2028 तक भारत में कोकिंग कोल के उपभोग में प्रतिवर्ष 5.4% की वृद्धि का अनुमान है। यह वृद्धि इस्पात उद्योग में विस्तार के कारण होगी।
- उच्च आवृत्ति संकेतक (High Frequency Indicators) के अनुसार, वर्ष 2019 में भारत द्वारा ऑस्ट्रेलिया से कोकिंग कोल के आयात में 25.8 प्रतिशत की दर से साल-दर-साल वृद्धि देखी गई।
- भारत कोकिंग कोल का सबसे अधिक आयात ऑस्ट्रेलिया से करता है।
वैश्विक संदर्भ में
- इस अवधि तक भारत कोकिंग कोल का चीन से बड़ा आयातक देश बन जाएगा।
- रिपोर्ट के अनुसार, चीन समग्र बाज़ार हिस्सेदारी के मामले में प्रमुख बना रहेगा जबकि भारत समुद्री मांग (अन्य देशों से आयात) के मामले में महत्त्वपूर्ण रहेगा।
- चीन, ऑस्ट्रेलियाई कोकिंग कोल का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है। वर्ष 2019 के दूसरी तिमाही तक चीन द्वारा कोकिंग कोल के आयात में 8.8 प्रतिशत की कमी आई है।
- रिपोर्ट के अनुसार, अगले कुछ वर्षों में कोकिंग कोल के उत्पादन और उपभोग में चीन की दो-तिहाई भागीदारी रहेगी जिससे चीन का इस्पात उद्योग इसकी समुद्री मांग को प्रभावित करेगा।
- रिपोर्ट के अनुसार, चीन में कोकिंग कोल की खपत में कमी का कारण इसकी अर्थव्यवस्था और निर्माण की धीमी गति के परिणामस्वरूप इस्पात उत्पादन में कमी है।
कोकिंग कोल
- कोकिंग कोल को धातु शोधन कोयला के रूप में भी जाना जाता है।
- इसका प्रयोग कोक बनाने के लिये किया जाता है जो स्टील के उत्पादन में किया जाता है।