स्मार्ट सिटिज़ फेलोशिप (ISCF) तथा इंडिया स्मार्ट सिटिज़ इंटर्नशिप (ISCI) कार्यक्रम | 12 Jul 2018
चर्चा में क्यों?
हाल ही में युवाओं को शहरी नवीकरण क्षेत्र में काम करने के लिये युवों को अवसर प्रदान करने हेतु स्मार्ट सिटिज़ फेलोशिप (ISCF) तथा इंडिया स्मार्ट सिटिज़ इंटर्नशिप (ISCI) कार्यक्रम की घोषणा की गई है।
इंडिया स्मार्ट सिटिज़ फेलोशिप (India Smart Cities Fellowship -ISCF) कार्यक्रम :
उद्देश्य : इंडिया स्मार्ट सिटिज़ फेलोशिप (ISCF) कार्यक्रम का उद्देश्य इच्छुक युवाओं को विशेषकर स्मार्ट सिटी और सामान्य रूप से शहरी नवीकरण क्षेत्र में मूल्यवान अनुभव प्रदान करना है।
प्रमुख बिंदु
- यह कार्यक्रम महत्त्वपूर्ण शहरी समस्याओं के आधुनिक एवं व्यापक प्रभाव वाले समाधानों को क्रियान्वित करने के चुनौतीपूर्ण लेकिन रोमांचक कार्य में नए विचार, जुनून एवं ऊर्जा सुनिश्चित करेगा।
- यह कार्यक्रम युवा मार्गदर्शकों को तैयार करेगा, भारतीय शहरी क्षेत्र के बारे में उनकी समझ को मज़बूत करेगा और भविष्य में ज़्यादा बड़ी अग्रणी भूमिका निभाने के लिये उन्हें तैयार करेगा।
- आवास एवं शहरी मामलों का मंत्रालय शहरी नियोजन, शहरी डिज़ाइन, इंजीनियरिंग, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, शहरी गतिशीलता, वित्त, सामाजिक क्षेत्र और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों के क्षेत्र में 30 युवा स्नातकों/स्नातकोत्तर एवं पीएचडी विद्यार्थियों की सेवाएँ ‘स्मार्ट सिटी फेलो’ के रूप में लेगा।
- इनकी सेवाएँ लेने की अवधि एक साल होगी, जिसे बढ़ाकर तीन साल तक किया जा सकेगा।
- ये फेलो आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय में स्मार्ट सिटी के मिशन निदेशक के कार्यालय और/अथवा चयनित स्मार्ट सिटी के सीईओ को विश्लेषण, अनुसंधान, प्रलेखन, स्वतंत्र आकलन इत्यादि के क्षेत्र में आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे।
इंडिया स्मार्ट सिटिज़ इंटर्नशिप (India Smart Cities Internship -ISCI)) कार्यक्रम :
- आवास एवं शहरी मामलों का मंत्रालय विभिन्न राज्यों/शहरों में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के क्रियान्वयन में मदद हेतु स्नातक पूर्व/स्नातक/स्नातकोत्तर डिग्री के लिये पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों की सेवाएँ ‘इंटर्न’ के रूप में लेगा।
- इंटर्नशिप के दौरान 6 से 12 हफ्तों तक कोई भुगतान नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम के सफल समापन पर उन्हें अनुभव प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
- इन इंटर्न को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विकास के अनेक क्षेत्रों में आवश्यक जानकारियाँ दी जाएंगी जिनमें शहरी नियोजन, शहरी डिज़ाइन, इंजीनियरिंग, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, शहरी गतिशीलता, वित्त, सामाजिक क्षेत्र और पर्यावरण से जुड़े मुद्दे शामिल हैं।
- इंटर्न स्मार्ट सिटी मिशन का हिस्सा होंगे और उन्हें मुख्यत: क्रियान्वयन/रिपोर्टिंग/आकलन एवं निगरानी/ज्ञान प्रबंधन/हितधारक सहभागिता/मीडिया तक पहुँच एवं इसी तरह की अन्य गतिविधियाँ आदि कार्य जो कि मिशन निदेशक (स्मार्ट सिटी मिशन) द्वारा उन्हें सौंपे जाएंगे।