भारत ने विश्व बैंक के साथ 21.7 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर किये हस्ताक्षर | 30 May 2018

चर्चा में क्यों?

राजस्‍थान परियोजना में सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन की मज़बूती के लिये विश्‍व बैंक से 21.7 मिलियन अमेरीकी डॉलर के ऋण समझौते पर नई दिल्‍ली में भारत सरकार और विश्‍व बैंक द्वारा हस्‍ताक्षर किये गए।

मुख्य बिंदु

  • यह परियोजना 31 मिलियन अमेरीकी डॉलर की है, जिसमें से 21.7 मिलियन अमेरिकी डॉलर विश्‍व बैंक से और शेष राशि राज्य बजट से ली जाएगी।
  • इस परियोजना की अवधि 5 साल है।

उद्देश्य

  • परियोजना का उद्देश्य राजस्थान में राजस्व प्रशासन में बेहतर बजट निष्पादन, बढ़ी जवाबदेही और अधिक दक्षता में योगदान करना है।
  • परियोजना में अन्‍य कार्यों के अलावा सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन ढाँचे को सुदृढ़ बनाना, व्यय एवं राजस्व प्रणाली को सुदृढ़ करना और परियोजना प्रबंधन तथा क्षमता निर्माण शामिल हैं।

पृष्ठभूमि

  • वर्ष 1944 में अमेरिका के ब्रेटन वुड्स शहर में विश्व के नेताओं द्वारा विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना की गई। शुरुआत में इन दोनों संस्थाओं को ब्रेटन वुड्स संस्था के नाम से जाना गया।
  • इन दोनों संस्थाओं की स्थापना द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं को दोबारा पटरी पर लाने के उद्देश्य से की गई थी। इन दोनों वित्तीय संस्थाओं की अपनी अलग-अलग भूमिका है।

विश्व बैंक

  • विश्व बैंक संयुक्त राष्ट्र की ऋण प्रदान करने वाली एक विशिष्ट संस्था है, इसका उद्देश्य सदस्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं को एक वृहद वैश्विक अर्थव्यवस्था में शामिल करना तथा विकासशील देशों में गरीबी उन्मूलन के प्रयास करना है।
  • यह नीति सुधार कार्यक्रमों एवं संबंधित परियोजनाओं के लिये ऋण प्रदान करता है। विश्व बैंक की सबसे ख़ास बात यह है कि यह केवल विकासशील देशों को ऋण प्रदान करता है।
  • इसका प्रमुख उद्देश्य सदस्य राष्ट्रों को पुनर्निर्माण और विकास के कार्यों में आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
  • इसके अंतर्गत विश्व को आर्थिक तरक्की के मार्ग पर लाने, विश्व में गरीबी को कम करने, अंतर्राष्ट्रीय निवेश को बढ़ावा देने जैसे पक्षों पर बल दिया गया है।
  • विश्व बैंक समूह का मुख्यालय
  • वाशिंगटन डी सी (अमेरिका) में अवस्थित है।

विश्व बैंक में शामिल पाँच संस्‍थाएँ

  • अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (International Bank for Reconstruction and Development – IBRD), इसे ही विश्व बैंक कहा जाता है।
  • अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (International Development Association – ADA)
  • अंतर्राष्‍ट्रीय वित्त निगम (International Finance Corporation – IMF)
  • बहुपक्षीय निवेश प्रत्‍याभूति एजेंसी (Multilateral Investment Guarantee Agency – MIGA)
  • निवेश संबंधी विवादों के निपटान का अंतर्राष्‍ट्रीय केंद्र (International Centre for Settlement of Investment Disputes – ICSID)
  • वर्तमान में विश्व बैंक में 180 देश सदस्‍य हैं। विश्‍व बैंक का सदस्‍य बनने के लिये किसी भी देश को पहले अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम का सदस्‍य बनना ज़रूरी होता है।