भारतीय अर्थव्यवस्था
भारत विश्व की पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बनने की राह पर
- 22 Jan 2019
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में वैश्विक सलाहकार कंपनी (पीडब्ल्यूसी-PwC) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत यूनाइटेड किंगडम को पीछे छोड़ते हुए 2019 में दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
महत्त्वपूर्ण बिंदु
- हाल ही में वैश्विक सलाहकार कंपनी (पीडब्ल्यूसी) द्वारा जारी रिपोर्ट में संभावना जताई जा रही है कि वर्ष 2019 में भारत विश्व अर्थव्यस्था में 5वाँ स्थान प्राप्त कर सकता है। फिलहाल अभी भारत की रैंकिंग छठी है।
- जैसा कि रिपोर्ट में बताया गया है लगभग समान विकास दर और जनसंख्या के कारण ब्रिटेन और फ्राँस दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की सूची में आगे-पीछे होती रहती हैं। लेकिन यदि भारत इस सूची में आगे निकलता है तो उसका स्थान स्थायी रहेगा।
- पीडब्ल्यूसी की वैश्विक अर्थव्यवस्था निगरानी (ग्लोबल इकोनॉमी वॉच) रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि इस वर्ष ब्रिटेन की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर 1.6 प्रतिशत, फ्राँस की 1.7 प्रतिशत तथा भारत की 7.6 प्रतिशत रहेगी।
- विश्व बैंक (World Bank) के आँकड़ों के अनुसार, भारत 2017 में फ्राँस को पछाड़कर दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया, वहीं ब्रिटेन का स्थान पाँचवा था।
- 19.39 ट्रिलियन डॉलर के आर्थिक विस्तार के साथ अमेरिका की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी, तत्पश्चात 2017 में चीन 12.23 ट्रिलियन डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर था।
विश्व बैंक
- यह एक अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान है इससे विश्व के देशों को उनकी परियोजनाओं के संचालन हेतु ऋण प्राप्त होता है।
- इसमें दो संस्थान शामिल हैं –
♦ इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट
♦ इंटरनेशनल डेवलपमेंट एसोसिएशन