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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

भारत और ओमान

  • 18 Jan 2021
  • 9 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत-ओमान रणनीतिक सलाहकार समूह (India-Oman Strategic Consultative Group-IOSCG) की बैठक आयोजित की गई। कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद ओमान की ओर से यह भारत का पहला उच्च-स्तरीय आधिकारिक दौरा था।

Oman

प्रमुख बिंदु:

  • महामारी के दौरान भागीदारी: भारत ने ओमान को COVID-19 के टीकों की आवश्यक पूर्ति के संबंध में सहायता का आश्वासन दिया। इसके अलावा महामारी के दौरान भारत ने ओमान को खाद्य और चिकित्सा आपूर्ति की उपलब्ध कराई थी।
    • इससे पहले COVID-19 के दौरान दोनों देशों के बीच एयर बबल व्यवस्था (Air Bubble Arrangement) के संचालन पर संतोष व्यक्त किया गया।
      • एयर बबल दो देशों के बीच हवाई यात्रा की व्यवस्था है। जिसका उद्देश्य वाणिज्यिक यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करना है (COVID-19 महामारी के परिणामस्वरूप नियमित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है)।
  • व्यापक समीक्षा: दोनों पक्षों ने राजनीतिक, ऊर्जा, व्यापार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष, खनन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, संस्कृति तथा कॉन्सुलर (Consular) संबंधी क्षेत्रों सहित भारत-ओमान संबंधों के पूरे स्पेक्ट्रम की समीक्षा की।

भारत-ओमान संबंध:

पृष्ठभूमि:

  • अरब सागर के दोनों देश एक-दूसरे से भौगोलिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से जुड़े हुए हैं तथा दोनों के बीच सकारात्मक एवं सौहार्दपूर्ण संबंध हैं, जिसका श्रेय ऐतिहासिक समुद्री व्यापार संबंधों को दिया जाता है।
  • जबकि भारत और ओमान के बीच संबंधों के बारे में जानकारी यहाँ के लोगों के मध्य 5000 वर्षों के संपर्क के आधार पर प्राप्त जा सकती है, वर्ष 1955 में राजनयिक संबंध स्थापित किये गए थे और वर्ष 2008 में इस संबंध को रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया गया था। ओमान, भारत की पश्चिम एशिया नीति का एक प्रमुख स्तंभ रहा है।

राजनितिक संबंध:

  • भारत और ओमान के बीच अक्सर उच्चतम स्तर की राजनयिक यात्राएँ होती रही हैं और मंत्री स्तरीय दौरे नियमित रूप से किये जाते हैं।
  • सल्तनत ऑफ ओमान (ओमान) खाड़ी देशों में भारत का रणनीतिक साझेदार है और खाड़ी सहयोग परिषद (Gulf Cooperation Council- GCC), अरब लीग तथा हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (Indian Ocean Rim Association- IORA) के लिये एक महत्त्वपूर्ण वार्ताकार है।

रक्षा संबंध:

  • दोनों देशों के रक्षा मंत्रालय प्रतिवर्ष संयुक्त सैन्य सहयोग समिति की बैठक में अपने संबंधों की समीक्षा करते हैं।
  • भारत और ओमान द्वारा अपनी तीनों सैन्य सेवाओं के बीच नियमित द्विवार्षिक द्विपक्षीय अभ्यास किया जाता है। 
    • सैन्य अभ्यास: अल नजाह
    • वायु सेना अभ्यास:  ईस्टर्न ब्रिज
    • नौसेना अभ्यास: नसीम अल बह्र
  • वर्ष 2008 से ओमान भारतीय नौसेना के एंटी-पायरेसी मिशनों (Anti-Piracy Missions) को समर्थन दे रहा है और ओवरसीज़ डिप्लॉयमेंट के लिये ओमान द्वारा भारतीय नौसेना जहाज़ों का नियमित रूप से स्वागत किया जाता है।

आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध:

  • ओमान के साथ भारत अपने आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों के विस्तार को उच्च प्राथमिकता देता है। संयुक्त आयोग की बैठक (JCM) और संयुक्त व्यापार परिषद (JBC) जैसे संस्थागत तंत्र भारत और ओमान के बीच आर्थिक सहयोग मज़बूत करते हैं।
  • भारत और ओमान के मध्य मज़बूत द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंध हैं।
    • भारत, ओमान के शीर्ष व्यापारिक भागीदारों में से एक है।
      • भारत, ओमान के लिये आयात क तीसरा सबसे बड़ा (UAE और चीन के बाद) स्रोत और वर्ष 2018 में इसके गैर-तेल निर्यात के लिये तीसरा सबसे बड़ा बाज़ार (UAE और सऊदी अरब के बाद) था।
    • ओमान को भारत द्वारा निर्यात की जाने वाली प्रमुख वस्तुओं में खनिज ईंधन, खनिज तेल और उनके आसवन के उत्पाद, बॉयलर, मशीनरी तथा यांत्रिक उपकरण, लोहे या स्टील की वस्तु, विद्युत मशीनरी और उपकरण, कपड़ा एवं वस्त्र, रसायन, चाय, कॉफी, मसाले आदि शामिल हैं।
    • ओमान से भारत को आयात की जाने वाली मुख्य वस्तुओं में उर्वरक, खनिज ईंधन, खनिज तेल और उनके आसवन के उत्पाद, बिटुमिनस पदार्थ आदि शामिल हैं।
  • भारतीय वित्तीय संस्थान जैसे- भारतीय स्टेट बैंक, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम- एयर इंडिया, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) आदि की शाखाएँ ओमान में स्थित हैं। भारतीय कंपनियों ने ओमान में लोहा और इस्पात, सीमेंट, उर्वरक, कपड़ा आदि क्षेत्रों में निवेश किया है।
  • भारत-ओमान संयुक्त निवेश कोष (OIJIF), भारतीय स्टेट बैंक और ओमान के स्टेट जनरल रिज़र्व फंड (SGRF) के बीच एक संयुक्त उपक्रम है जो भारत में निवेश करने के लिये एक विशेष प्रयोजन वाहन है, का संचालन किया गया है।
  • दुकम पोर्ट तक पहुँच: ओमान ने भारत को उसकी नौसेना सहित अपने दुकम बंदरगाह तक पहुँच की अनुमति दे दी है, जो इसकी राजधानी मस्कट से लगभग 550 किमी. दक्षिण में स्थित है। दुकम बंदरगाह विशेष आर्थिक क्षेत्र को हिंद महासागर का गहरा समुद्री सबसे बड़ा बंदरगाह माना जाता है।
  • दोनों देशों के बीच लिटिल इंडिया (Little India) नामक एक एकीकृत पर्यटन परियोजना को विकसित करने के लिये दुकम में 748 मिलियन अमेरिकी डॉलर के एक समझौते पर हस्ताक्षर किये गए हैं।

सांस्कृतिक सहयोग:

  • भारत और ओमान के बीच घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंध हैं। ओमान में भारतीय प्रवासी समुदाय नियमित रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मेज़बानी करता रहता है और भारत के प्रसिद्ध कलाकारों तथा गायकों को आमंत्रित करता है।

ओमान में भारतीय समुदाय:

  • ओमान में बड़े स्तर पर रहने वाला भारतीय समुदाय लगभग सभी व्यावसायिक क्षेत्रों में संलग्न है। वहाँ डॉक्टर, इंजीनियर आदि के रूप में हज़ारों भारतीय काम कर रहे हैं।
  • यहाँ कई ऐसे भारतीय स्कूल हैं जो लगभग 45,000 भारतीय बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये CBSE पाठ्यक्रम की पेशकश करते हैं।

आगे की राह:

  • भारत के पास अपनी वर्तमान या भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये पर्याप्त ऊर्जा संसाधन नहीं हैं। तेज़ी से बढ़ती ऊर्जा मांग ने ओमान जैसे देशों की दीर्घकालिक ऊर्जा साझेदारी की आवश्यकता में योगदान दिया है।
  • ओमान का दुकम पोर्ट पूर्व में पश्चिम एशिया के साथ जुड़ने वाला अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग लेन के मध्य में स्थित है।
  • भारत को दुकम पोर्ट औद्योगिक शहर के उपयोग के लिये ओमान के साथ जुड़ने और पहल करने की आवश्यकता है।

स्रोत: द हिंदू

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