भारत-मलेशिया रक्षा सहयोग | 28 Jun 2022
प्रिलिम्स के लिये:भारत-मलेशिया रक्षा सहयोग, दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संघ, मुक्त व्यापार समझौता। मेन्स के लिये:भारत-मलेशिया संबंध और हाल के विकास। |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारतीय रक्षा मंत्री ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मज़बूत करने के लिये अपने मलेशियाई समकक्ष के साथ बातचीत की।
- मलेशियाई वायु सेना 18 नए हल्के लड़ाकू विमानों की तलाश कर रही है, जिसमें दक्षिण कोरिया, पाकिस्तान, चीन और स्वीडन सहित कई राष्ट्र एक समूह बना रहे हैं। भारतीय ऑफर LCA Mk1A version के लिये है।
- भारत ने स्वदेशी लड़ाकू विमानों के साथ-साथ मलेशिया द्वारा संचालित रूसी मूल के Su30 MKM विमान के रखरखाव के लिये दोहरे पैकेज की पेशकश की है।
बैठक के मुख्य बिंदु:
- दोनों देशों ने उन क्षेत्रों पर प्रकाश डाला जिनमें भारतीय रक्षा उद्योग मलेशिया की सहायता कर सकता है। भारत ने भारतीय रक्षा उद्योग की सुविधाओं और उत्पादों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने के लिये मलेशिया के वरिष्ठ अधिकारियों को भारत आमंत्रित किया।
- मलेशिया ने शांति अभियानों में महिलाकर्मियों को शामिल करने की आवश्यकता बताई। दोनों पक्ष इस मुद्दे पर एक-दूसरे को शामिल करने पर सहमत हुए।
- दोनों देश मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) कार्यों के लिये क्षमता को उन्नत करने पर सहमत हुए
- दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच मौजूदा रक्षा सहयोग गतिविधियों व ढाँचे एवं मौजूदा मलेशिया-भारत रक्षा सहयोग बैठक (मिडकॉम) ढाँचे के तहत उन्हें और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
- अगला मिडकॉम जुलाई 2022 में आयोजित होने वाला है और रक्षा क्षेत्र में गहरी भागीदारी के लिये इस मंच का उपयोग करने का निर्णय लिया गया।
भारत-मलेशिया संबंधों के प्रमुख बिंदु:
- भारत ने 1957 में मलेशिया के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किये।
- आर्थिक संबंध: भारत और मलेशिया ने व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (CECA) पर हस्ताक्षर किये हैं। CECA एक तरह का मुक्त व्यापार समझौता (FTA) है।
- भारत ने 10 सदस्यीय दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (ASEAN) के साथ सेवाओं और निवेश में मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर भी हस्ताक्षर किये हैं।
- मलेशिया ASEAN में तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
- भारत और मलेशिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार मलेशिया के पक्ष में है।
- रक्षा और सुरक्षा सहयोग: संयुक्त सैन्य अभ्यास "हरिमऊ शक्ति" दोनों देशों के बीच प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।
- पारंपरिक चिकित्सा: भारत और मलेशिया ने अक्तूबर 2010 में पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं।
- मलेशिया सरकार मलेशिया में आयुष (आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) प्रणालियों को लोकप्रिय बनाने के लिये काम कर रही है।
- मलेशिया में आयुष प्रणाली का उपयोग किया जाता है।
हाल के घटनाक्रम:
- वर्ष 2020 में भारत और मलेशिया दोनों देशों के बीच राजनयिक कूटनीति के बाद चार महीने के अंतराल के पश्चात् मलेशियाई पाम आयल की खरीद फिर से शुरू हुई।
- मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री ने भारत के नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) की आलोचना की थी जिसे भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप माना गया।
भारत के लिये मलेशिया का महत्त्व:
- एक ऐसे देश के रूप में जहांँ की 7.2% आबादी भारतीय मूल की है, मलेशिया भारत की विदेश नीति में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है।
- मलक्का जलडमरूमध्य और दक्षिण चीन सागर जैसे व्यस्त समुद्री मार्गों से घिरा मलेशिया भी भारत की एक्ट ईस्ट नीति का एक प्रमुख स्तंभ है और भारत की समुद्री संपर्क रणनीतियों के लिये महत्त्वपूर्ण है।