भारत-विश्व
भारत पुनः ITU परिषद का सदस्य चुना गया (India elected as a Member of the ITU)
- 08 Nov 2018
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चर्चा में क्यों?
भारत को अगले 4 वर्षों की अवधि (2019-2022) के लिये पुनः अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) परिषद का सदस्य चुना गया है। परिषद का चुनाव दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे ITU परिपूर्णता सम्मेलन (ITU Plenipotentiary Conference-2018) के दौरान आयोजित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- भारत 165 वोट प्राप्त करके एशिया-आस्ट्रेलेशिया क्षेत्र से परिषद के लिये चुने गए 13 देशों में तीसरे स्थान पर रहा और वैश्विक रूप से परिषद के लिये चुने गए 48 देशों में इसका स्थान 8वाँ रहा।
- ITU के 193 सदस्य देश, परिषद में प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ
- इसकी स्थापना 17 मई, 1865 को पेरिस में हुई थी।
- अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (International Telecommunication Union- ITU) सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी की शीर्ष संयुक्त राष्ट्र एजेंसी है।
- विश्व के 193 देश 'अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ' के सदस्य हैं।
- इसका मुख्यालय जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है।
प्रमुख कार्य
- सुचारु सेवा के साथ-साथ दूरसंचार की यथासंभव न्यूनतम दरें बनाए रखने की कोशिश करना।
- दूरसंचार संघ के आर्थिक प्रशासन को स्वतंत्र एवं सुस्पष्ट आधार प्रदान करना।
- यह संचार और दूरसंचार के अंतर्राष्ट्रीय मानकों का नियमन करती है।
- रेडियो आवृत्तियों को निश्चित करना तथा निर्दिष्ट रेडियो आवृत्तियों का आलेखन करना।
- दूरसंचार के दौरान जीवन को किसी प्रकार से क्षति न पहुँचे, इस दृष्टि से विभिन्न उपाय खोजना तथा उन उपायों को लागू करने के उपरांत उनका विस्तार करना।
- दूरसंचार प्रणाली संबंधी विभिन्न अध्ययन करके उपयुक्त सिफारिशें करना तथा इससे संबंधित विभिन्न सूचनाओं को इकट्ठा करके प्रकाशित करना, ताकि सदस्य देश उक्त सूचनाओं से लाभ उठा सकें।