अंतर्राष्ट्रीय संबंध
भारत-इंडोनेशिया: सैन्य संबंध
- 28 Jul 2020
- 9 min read
प्रीलिम्स के लियेइंडोनेशिया की भौगोलिक अवस्थिति, भारत-इंडोनेशिया संबंधों से जुड़े मुख्य तथ्य मेन्स के लियेभारत-इंडोनेशिया संबंध, व्यापारिक और सैन्य संबंध |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में नई दिल्ली में भारत और इंडोनेशिया के रक्षा मंत्रियों के बीच संवाद का आयोजन किया गया, जिसमें भारत और इंडोनेशिया ने रक्षा उद्योगों एवं रक्षा प्रौद्योगिकी के साझाकरण समेत कई क्षेत्रों में सुरक्षा सहयोग के विस्तार की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
प्रमुख बिंदु
- भारत और इंडोनेशिया के रक्षा मंत्रियों के बीच संवाद के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्त्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया, जबकि इंडोनेशियाई प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्त्व देश के रक्षा मंत्री जनरल प्रबोवो सुबिआंतो (General Prabowo Subianto) ने किया, जो दोनों समुद्री पड़ोसी देशों के पारस्परिक संबंधों को मज़बूत करने के उद्देश्य से वर्तमान में भारत की यात्रा पर हैं।
- इस वार्ता के दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, थल सेनाध्यक्ष जनरल एम. एम. नरवाने, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया और रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार तथा अन्य वरिष्ठ असैन्य एवं सैन्य अधिकारियों ने भी इस द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लिया।
- रक्षा और सैन्य संबंधों के विस्तार पर चर्चा
- रक्षा मंत्रियों के बीच इस संवाद के दौरान दोनों ही देशों द्वारा रक्षा उद्योगों एवं रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग के संभावित क्षेत्रों की भी पहचान की गई।
- दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने इन क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और भी अधिक मज़बूत करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
- इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने सैन्य स्तर की पारस्परिक वार्ताओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि भारत और इंडोनेशिया के बीच हाल के वर्षों में रक्षा सहयोग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो दोनों पक्षों के बीच ‘व्यापक सामरिक साझेदारी’ के अनुरूप है।
- रक्षा मंत्रियों के बीच इस संवाद के दौरान दोनों ही देशों द्वारा रक्षा उद्योगों एवं रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग के संभावित क्षेत्रों की भी पहचान की गई।
भारत-इंडोनेशिया: रक्षा संबंध
- भारत एवं इंडोनेशिया का रक्षा तथा सुरक्षा के क्षेत्र में काफी मज़बूत सहयोग है, मई 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान दोनों देशों के रक्षा संबंधों को मज़बूत करना और संबंधों में हो रही बढ़ोतरी को प्रतिबिंबित करने हेतु एक रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये गए थे।
- गौरतलब है कि नवंबर 2018 में आयोजित इंडोनेशियाई रक्षा एक्सपो (Indonesian Defence Expo) में भारतीय रक्षा उद्योग ने भी भाग लिया था।
- वर्तमान में दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में गहरा और मज़बूत सहयोग है। दोनों देशों की तीन सेवाओं के बीच परिचालन स्तर पर नियमित रूप से वार्ता की जाती हैं और क्षेत्रीय सुरक्षा से संबंधित पारस्परिक हित के मामलों पर चर्चा की जाती है।
- इसके अलावा भारत और इंडोनेशिया के बीच ‘गरुड़ शक्ति’ नाम से एक संयुक्त सैन्य अभ्यास का आयोजन भी किया जाता है।
इंडोनेशिया
- इंडोनेशिया दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित एक अनूठा देश है, जो कि मुख्य तौर पर अपने द्वीपों और सुंदर परिदृश्य के लिये विश्व भर में काफी प्रसिद्ध है।
- हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के बीच स्थित एक द्वीपसमूह (Archipelago) के रूप में इंडोनेशिया, दुनिया का चौथा सबसे अधिक आबादी वाला देश है।
- इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता है और यहाँ का सबसे बड़ा धर्म इस्लाम है, इस देश की लगभग 80 प्रतिशत आबादी इस्लाम धर्म को मानती है। इसके अलावा यहाँ ईसाई, हिंदू और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग भी मिलते हैं।
- गौरतलब है कि इंडोनेशिया में एक बड़ी मुस्लिम आबादी तो रहती है, किंतु इसे भारत की तरह ही एक धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में देखा जाता है।
- 1,919,443 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस देश में वर्ष 2014 की गणना के अनुसार, कुल 253,609,643 लोग निवास करते हैं।
भारत-इंडोनेशिया संबंध
- उल्लेखनीय है कि भारत और इंडोनेशिया घनिष्ठ सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक संबंधों का दो सदियों से भी लंबा इतिहास साझा करते हैं। इतिहासकार मानते हैं कि अतीत में हिंदू, बौद्ध और मुस्लिम धर्म के तमाम लोगों ने भारत के तटों से इंडोनेशिया की यात्रा की।
- इंडोनेशिया की भाषा पर संस्कृत का प्रभाव स्पष्ट नज़र आता है। रामायण और महाभारत जैसे महान भारतीय महाकाव्यों की कहानियाँ इंडोनेशियाई लोक कला और नाटकों का स्रोत हैं।
- इंडोनेशिया के उत्सवों और झाँकियों आदि में रामायण और महाभारत के पात्र कठपुतलियों के रूप में नज़र आते हैं।
- साझा संस्कृति, औपनिवेशिक इतिहास और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद राजनीतिक संप्रभुता, आर्थिक आत्मनिर्भरता एवं स्वतंत्र विदेश नीति के साझा लक्ष्यों ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर काफी गहरा प्रभाव डाला है।
- व्यापारिक संबंध
- आसियान (ASEAN) क्षेत्र में इंडोनेशिया भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार देश बनकर उभरा है। दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार वित्तीय वर्ष 2005-06 में 4.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2018-19 में 21 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है, हालाँकि बीते एक वर्ष में इस द्विपक्षीय व्यापार में कुछ कमी देखने को मिली है। ध्यातव्य है कि भारत, इंडोनेशिया के कोयले और कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है।
- सांस्कृतिक संबंध
- ऐतिहासिक रूप से ही दोनों देशों के बीच एक सक्रिय सांस्कृतिक आदान-प्रदान होता रहा है। इंडोनेशिया में भारत के दूतावास द्वारा जवाहरलाल नेहरू भारतीय सांस्कृतिक केंद्र (JNICC) का संचालन किया जाता है, जो नियमित तौर पर भारतीय शास्त्रीय संगीत, भारतीय शास्त्रीय नृत्य (कथक और भरतनाट्यम), योग और हिंदी एवं तमिल भाषा से संबंधित कक्षाओं का आयोजन करता है।
- वर्ष 1989 में अपनी स्थापना के बाद से ही जवाहरलाल नेहरू भारतीय सांस्कृतिक केंद्र (JNICC) इंडोनेशिया में भारतीय कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।
- भारतीय डायस्पोरा
- अनुमान के अनुसार, इंडोनेशिया में भारतीय मूल के लगभग 100,000 इंडोनेशियाई नागरिक रहते हैं, वहीं इंडोनेशिया में 8500 से अधिक भारतीय नागरिक रहते हैं, जिनमें इंजीनियर, चार्टर्ड एकाउंटेंट, बैंकर और अन्य पेशेवर शामिल हैं।