स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में चीन और बांग्लादेश से भी पीछे है भारत | 25 May 2018
चर्चा में क्यों?
हाल ही में प्रतिष्ठित पत्रिका ‘द लांसेट’ की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत, स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के मामले में चीन, भूटान तथा बांग्लादेश से भी पीछे है। इस रिपोर्ट के अनुसार, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा और इस तक लोगों की पहुँच के मामले में भारत बहुत पीछे है।
महत्त्वपूर्ण बिंदु
- लांसेट दवारा इस संबंध में कुल 195 देशों का अध्ययन किया गया जिसमें भारत 145वें स्थान पर है।
- इसमें चीन ने 48वाँ, श्रीलंका ने 74वाँ, बांग्लादेश ने 133वाँ और भूटान ने 134वाँ स्थान प्राप्त किया है।
- लांसेट के अनुसार, तपेदिक (TB), दिल की बीमारी, पक्षाघात , टेस्टिक्युलर कैंसर, कोलोन कैंसर और किडनी की बीमारी से निपटने के मामलों में भारत की स्थिति असंतोषजनक है।
- लांसेट अध्ययन ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और उस तक लोगों की पहुँच का मूल्यांकन करने के लिए सूचकांक के रूप में मौत के उन 32 कारणों का अध्ययन किया जिन्हें प्रभावी चिकित्सा देखभाल के ज़रिये रोका जा सकता था।
- इस अध्ययन में 195 देशों में से प्रत्येक देश को 0 से 100 की बीच अंक दिये गए।
- हालाँकि, भारत ने वर्ष 1990 के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया है। वर्ष 1990 में भारत इस मामले में 24.7 अंक प्राप्त किया थे जबकि 2016 की रिर्पोर्ट में भारत ने 41.2 अंक प्राप्त किये।
- आइसलैंड और नॉर्वे प्रत्येक 97 अंक के HAQ स्कोर के साथ सूची में सबसे ऊपर हैं।
- सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देशों में केंद्रीय अफ्रीकन गणराज्य (18.6), सोमालिया (19.0), गिनी-बिसाउ (23.4), चाड (25.4) और अफ़ग़ानिस्तान (25.9) शामिल रहे।
- इस अध्ययन में पहली बार सात देशों ब्राजील, चीन, इंग्लैंड, भारत, जापान, मेक्सिको और अमेरिका के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं तक लोगों की पहुँच और गुणवत्ता का भी विश्लेषण किया गया।
- 2016 में गोवा और केरल का स्कोर अधिकतम (60 से अधिक) रहा जबकि, असम और उत्तर प्रदेश का स्कोर सबसे कम (40) था।
द लांसेट (The Lancet)
‘द लांसेट’ एक साप्ताहिक विशिष्ट-समीक्षा करने वाली सामान्य चिकित्सा पत्रिका है। यह दुनिया के सबसे पुराने और सबसे प्रसिद्ध सामान्य चिकित्सा पत्रिकाओं में से एक है। लांसेट की स्थापना 1823 में थॉमस वाक्ले (Thomas Wakley) ने की थी।