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जैव विविधता और पर्यावरण

इंडएयर

  • 07 Nov 2019
  • 5 min read

प्रीलिम्स के लिये:

इंडएयर, सीएसआईआर- राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान

मेन्स के लिये:

इंडएयर से संबंधित विभिन्न मुद्दे

चर्चा में क्यों?

हाल ही में सीएसआईआर- राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (CSIR- National Environment Engineering Research Institute- NEERI) ने वायु गुणवत्ता पर शोध संकलन के लिये देश की पहली संवादात्मक ऑनलाइन रिपोेज़िटरी ‘इंडएयर’ (IndAIR- Indian Air Quality Studies Interactive Repository) की स्थापना की है।

मुख्य बिंदु:

  • NEERI के अनुसार, ‘इंडएयर’ की स्थापना का उद्देश्य वायु गुणवत्ता अनुसंधान की जानकारी को सभी के लिये उपलब्ध कराना है।
  • ‘इंडएयर’ ने देश में पूर्व में हुए वायु प्रदूषण से जुड़े अनुसंधानों तथा क़ानूनी प्रक्रियाओं के इतिहास को सामान्य जन तक पहुँचाने के लिये लगभग 1,215 शोध-पत्र, 170 रिपोर्ट और केस स्टडी, लगभग 100 से अधिक मामले तथा 2000 कानूनों तथा इंटरनेट पूर्व समय के लगभग 700 दस्तावेज़ों को संग्रहीत किया है।
  • ‘इंडएयर’ वर्ष 1905 तक के सभी प्रमुख कानूनों को संग्रहीत करता है।
  • ‘इंडएयर’ भारत में वायु प्रदूषण के क्षेत्र में अविष्कारमूलक अनुसंधान एवं विश्लेषण तथा इसके नुकसान एवं प्रभावों के बारे में सबको जानकारी उपलब्ध कराएगा तथा इसकी सहायता से वायु प्रदूषण के संबंध में किये जा रहे अध्ययनों तक शोधकर्त्ताओं, मीडिया तथा शिक्षाविदों की ऑनलाइन पहुँच सुनिश्चित करेगा।

‘इंडएयर’ के संबंध में अन्य तथ्य:

  • ‘इंडएयर’ देश के विभिन्न संस्थानों से संग्रहीत सामग्री को एकत्रित करता है तथा इंटरनेट डोमेन पर अनुपस्थित शोधों की जानकारी को संग्रहीत करता है।
  • ‘इंडएयर’ के अन्य कार्यों में वेबसाइट का निर्माण तथा इतिहास में किये गए कार्य और वर्तमान कार्यक्रमों की तार्किक समझ के लिये भारतीय पर्यावरण विशषज्ञों से साक्षात्कार करना है।
  • NEERI ने इस नवाचारी पहल का प्रारंभ सीएसआईआर- राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं सूचना स्रोत संस्थान, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, राष्ट्रीय अभिलेखागार, ऊर्जा संसाधन संस्थान, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जैसी संस्थाओं के सहयोग से किया है।
  • NEERI के अनुसार, पहले के समय में उचित उपकरण न होने के कारण वायु की गुणवत्ता मापना मुश्किल कार्य था, पर वर्तमान में ऐसे उपकरण विद्यमान हैं जिनकी सहायता से हम सटीकता के साथ वायु की गुणवत्ता के बारे में जान सकते हैं।
  • ‘इंडएयर’ द्वारा दिल्ली में दीपावली के बाद अचानक बढ़ें वायु प्रदूषण जैसी गंभीर परिस्थितियों के समाधान में सहायता मिलेगी।

सीएसआईआर- राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान

(CSIR-National Environment Engineering Research Institute- NEERI)

  • NEERI वर्ष 1958 में भारत सरकार द्वारा नागपुर में स्थापित और वित्तपोषित संस्थान है।
  • इसका उद्देश्य पर्यावरण और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान करना है।
  • NEERI वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific & Industrial Research- CSIR) की एक घटक प्रयोगशाला है।
  • इसकी पाँच क्षेत्रीय प्रयोगशालाएँ क्रमशः चेन्नई, दिल्ली, कलकत्ता, हैदराबाद और मुंबई में स्थित हैं।

स्रोत-द इंडियन एक्सप्रेस

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