अंतर्राष्ट्रीय संबंध
ओएनजीसी और एनजीटी से संबंधित महत्त्वपूर्ण बिंदु
- 09 Nov 2017
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चर्चा में क्यों?
- हाल ही में ओएनजीसी (Oil and Natural Gas Corporation Limited-ONGC) ने नेदुवासल गाँव में विवादास्पद हाइड्रोकार्बन परियोजना से खुद को अलग कर लिया है।
- एनजीटी (National green tribunal-NGT) के समक्ष ओएनजीसी ने अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए कहा है कि नेदुवासल गाँव में शुरू की जाने वाली यह हाइड्रोकार्बन परियोजना केंद्र सरकार और जी.ई.एम (GEM) लेबोरेटरीज़ लिमिटेड के बीच हस्ताक्षरित एक राजस्व साझाकरण अनुबंध था, जिसमें ओएनजीसी की कोई भूमिका नहीं है।
विरोध के कारण?
- विदित हो कि यह इलाका भूजल से परिपूर्ण है और यह भूमि तीन ओर से नदियों से घिरी होने की वज़ह से बेहद उपजाऊ है और बहु-फसलीय व्यवस्था के अनुकूल है।
- प्राकृतिक तेल और गैस निकालने की प्रक्रिया की वज़ह से पानी और ज़मीन का प्रदूषण बढ़ने, भूजल स्तर के गिरने, सांस की बीमारियाँ बढ़ने, कृषि भूमि के दूषित होने और उसे फिर से उपयोग के लायक बनाने की समस्या से लोग बेहद चिंतित हैं और इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं।
- एनजीटी क्या है?
- एनजीटी की स्थापना 18 अक्टूबर 2010 को एनजीटी अधिनियम 2010 के तहत पर्यावरण बचाव, वन संरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों सहित पर्यावरण से संबंधित किसी भी कानूनी अधिकार के प्रवर्तन, क्षतिग्रस्त व्यक्ति अथवा संपत्ति के लिये अनुतोष और क्षतिपूर्ति प्रदान करने एवं इससे जुडे़ हुए मामलों के प्रभावशाली और तीव्र गति से निपटारे के लिये की गई है।
- यह एक विशिष्ट निकाय है, जो पर्यावरण विवादों एवं बहु-अनुशासनिक मामलों को सुविज्ञता से संचालित करने के लिये सभी आवश्यक तंत्रों से सुसज्जित है। अधिकरण का उद्देश्य पर्यावरण के मामलों को द्रुत गति से निपटाना तथा उच्च न्यायालयों के मुकदमों के भार को कम करने में मदद करना है।
ओएनजीसी क्या है
- ओएनजीसी सार्वजनिक क्षेत्र की एक पेट्रोलियम कंपनी है। पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में 1955 में भारतीय भू-गर्भीय सर्वेक्षण के अधीन तेल एवं गैस प्रभाग के रूप में ओएनजीसी का शिलान्यास किया गया था।
- विदित हो कि 14 अगस्त, 1956 को इसे तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग का नाम दिया गया और 1994 में तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग को एक निगम में रूपांतरित कर दिया गया था।
- वर्ष 1997 में इसे भारत सरकार द्वारा नवरत्नों में से एक के रूप में स्वीकार किया गया, जबकि वर्ष 2010 में महारत्न का दर्ज़ा दिया गया है।
ओएनजीसी विदेश लिमिटेड क्या है?
- ओएनजीसी विदेश लिमिटेड, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत भारत सरकार की एक मिनिरत्न अनुसूची "ए" में केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की उद्यम है।
- यह भारत की प्रमुख राष्ट्रीय तेल कंपनी ओएनजीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
- ओएनजीसी विदेश लिमिटेड का प्राथमिक कारोबार भारत से बाहर तेल और गैस के उत्पादन के लिये संभावनाएँ तलाश करना है, जिसमें तेल और गैस का अन्वेषण, विकास और उत्पादन शामिल है।
- ओएनजीसी विदेश लिमिटेड का 17 देशों में 38 तेल और गैस की परिसंपत्तियों में हिस्सेदारी है । इसने वित्त वर्ष 2017 में क्रमशः 23.4% तेल और भारत के घरेलू तेल और प्राकृतिक गैस का 18.9% उत्पादन किया है।